सोने की खरीद में बरतें समझदारी

शादी का माहौल हो और सोने चांदी की खरीदारी न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता लेकिन सोने की खरीदारी करते समय एहतियात बरतना बहुत जरूरी है। अत: एवं सोना खरीदते समय निम्न बातों का ध्यान जरूर रखें:-
८जब भी सोने का कोई आभूषण खरीदें तो उसके साथ बिल या गारंटी कार्ड जरूर लें तथा उसे ध्यान से पढ़ें भी। बारीक अक्षरों में लिखी गई बातों को भी पढ़ने से न चूकें क्योंकि बारीक अक्षरों में कई बार ऐसा कुछ लिखा होता है, जो ग्राहक के हित में फायदेमंद नहीं होता।
८ आजकल सुनारों के पास सोने के आभूषण अलग-अलग कैरेट में उपलब्ध होते हैं इसलिए ध्यान रहे कि आप के गारंटी कार्ड पर कैरेट पूरी तरह साफ-साफ लिखा हो।
८कई सुनार दूसरे सुनार के बनाए आभूषण नहीं लेते या फिर उनमें खोट ज्यादा काटते हैं, अतएव जहां से आभूषण लें, जरूरत पड़ने पर वहीं बेचें।
८ जिस दिन आभूषणों के बनने का आर्डर दें, उस दिन के सोने के रेट के अनुसार सुनार को कुछ पैसा बतौर एडवांस जरूर दें और उस की रसीद लें। ऐसा करने पर अगर आभूषण बनने तक सोने का भाव बढ़ जाता है तो भी सुनार आर्डर के वक्त का ही रेट लगाएगा।
८कुछ सुनार वेस्टेज के रूप में सोना नहीं काटते। अतएव आभूषण खरीदते समय सुनार से इस विषय में बातचीत कर लें।
८ज्यादा खूबसूरत आभूषण लेने के चक्कर में ज्यादा टांका लगी चीज न लें। जितना टांका लगा होता है, उस में उतनी ही खोट ज्यादा मानी जाती है। 
८ सोने का सब से शुद्ध प्रकार 24 कैरेट होता है। आभूषण 22 कैरेट में बनाए जाते हैं।
८जड़ाऊ जेवर खरीदने में ज्यादा फायदा नहीं होता क्योंकि सोने के साथ-साथ नगीने भी तुल जाते हैं जबकि नगीनों की कीमत सोने के मुकाबले कम होती है। अतएव कोशिश करें कि सुनार आप को सोने का वजन पहले करके दें, फिर जड़ाई का काम करें। (उर्वशी)