जानिये कुछ भ्रमों की असलियत को

अधिकतर हम खाने पीने की चीजों को लेकर परेशान या भ्रम में रहते हैं कि कहीं ये हमारी सेहत को नुकसान तो नहीं पहुंचायेंगे पर वास्तव में उनका हमारी सेहत पर लाभदायक असर पड़ता है। आइए देखें कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ जिनके लिए हमारे मन में हमेशा भ्रम बना रहता है।
आलू खाने से मोटापा बढ़ता है 
आलू कार्बोहाइडे्रट से भरपूर होता है। आलू और अन्य कई कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने से सीधे-सीधे हमारे वजन पर कोई अधिक प्रभाव नहीं पड़ता है। अगर हम आलू और अन्य कार्बोहाइड्रेट भोज्य पदार्थ तल कर खाते हैं तो सीधा प्रभाव हमारे मोटापे पर पड़ेगा। अगर उबला आलू खाते हैं या शकरकंदी भी तो उससे वजन नहीं बढ़ेगा पर ध्यान दें बहुत अधिक मात्रा में आलू का सेवन न करें।
कॉफी रंग काला करती है 
कॉफी के सेवन से त्वचा का रंग काला नहीं होता। कॉफी तो कई चीजों में हमारी मदद करती है जैसे ध्यान को एकाग्रित करने में, डिप्रेशन में, डायबिटिज टाइप 2 और अल्जाइमर्स जैसी बीमारियों से लड़ने में बशर्ते कॉफी का एक दिन में सेवन 2 से 3 कप तक होना चाहिए, चीनी कम होनी चाहिए और कॉफी में क्र ीम भी न मिली हो। अधिक कॉफी के सेवन से बेचैनी, नींद न आने की समस्या हो सकती है।
चाकलेट के सेवन से कोई लाभ नहीं 
चाकलेट को शुगर और फैट से भरपूर माना जाता है। अक्सर लोग इसलिए इसके सेवन से घबराते हैं जबकि चाकलेट में एंटी-आक्सीडेंट प्रापर्टीज होती हैं, विशेषकर डार्क चाकलेट में। नियमित डार्क चाकलेट सीमित मात्रा में लेने से कैंसर को काफी हद तक रोका जा सकता है। वर्कआउट के बाद एक कप हॉट चाकलेट दूध पीना अच्छा होता है। चाकलेट का सेवन सीमित मात्र में करें तो शरीर को लाभ मिलेगा।
केला वजन बढ़ाता है
विटामिन और मिनरल से भरपूर होता है केला। अक्सर लोग मानते हैं कि केला वजन बढ़ाने वाला फल है जबकि केले में विटामिन सी, पोटेशियम, रेशा और एंटी-आक्सिडेंट खूब होते हैं जो तुरंत एनर्जी प्रदान करते हैं। केले का सेवन एक्सरसाइज करने से पहले या बाद में करना चाहिए या दो खानों के बीच में स्नैक की तरह करना चाहिए।
बटर सेहत का दुश्मन 
बटर में हाई सैचुरेटिड फैट्स होते हैं इसलिए इसे सेहत का दुश्मन माना जाता है जबकि बटर में विटामिन ए और डी, कैल्शियम, फास्फोरस होता है जो शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचाता है। शर्त है इसका बहुत ही सीमित मात्रा में करना चाहिए। बटर में प्राकृतिक रूप से मौजूद सैचुरेटिड फैट, ट्रांस फैट और प्रोसेस्ड फैट से अच्छे होते हैं। लाभ प्राप्त करने हेतु सेवन सीमित मात्रा में ही करें। (स्वास्थ्य दर्पण)