समझदारी से करें होम गार्डनिंग...!

अ-पार्टमेंट्स के जंगलों में तब्दील हो रहे शहरों में स्मार्ट गाडर्निंग के लिए बालकनी सबसे सुरक्षित जगह है। जाहिर है इसीलिए देश ही नहीं पूरी दुनिया में बालकनी गाडर्निंग का जबरदस्त ट्रेंड चल रहा है। आप भी इसका हिस्सा हो सकती हैं। वैसे तो ऐसा कोई पौधा नहीं है, जिसे बालकनी में गमले रखकर न लगाया जा सके, लेकिन भारतीय मौसम और जलवायु के मुताबिक अगर बालकनी में करीने से सजाये गये गमलों में गेंदा, तुलसी, जैसमिन, स्नैक प्लांट और लिली के पौधों को लगाएंगी तो ये बेमिसाल खूबसूरती भी देंगे, घर में घुसने वाली प्रदूषित हवा को भी शुद्ध करेंगे और बोनस में आपकी आंखों को सुकून भी देंगे।
इंडोर गाडर्निंग भी स्मार्ट गाडर्निंग का विस्तार है। पिछले दो सालों से पूरी दुनिया में कोरोना महामारी के चलते इसे और ज्यादा प्रोत्साहन मिला है और आज करीब-करीब हर घर के किसी न किसी कमरे में कोई न कोई इंडोर प्लांट मिल ही जाता है। इसलिए अगर अभी तक आपके घर में यह ट्रेंड नहीं शुरु हुआ तो बिना देरी किये पास की नर्सरी में जाइये और माली से बकायदा पूछकर इंडोर प्लांट ले आइये। वैसे तो वह खुद आपको इलाके के मौसम के मुताबिक अनुकूल पौधे सुझायेगा, फिर भी अगर समझ में न आये तो याद रखिये इंडोर प्लांट में पाम सबसे अच्छा पौधा होता है। रबड़ प्लांट और मनी प्लांट को भी कंसीडर किया जा सकता है।
आजकल गाडर्निंग में एक नया ट्रेंड हाइड्रोपोनिक गार्डनिंग का चल रहा है यानी पौधों को सिर्फ  पानी में उगाया जा रहा है, इसके लिए कांच के जार या बोतल में मनी प्लांट, बैंबू प्लांट और स्नैक प्लांट जैसे पौधे गमलों में बिना मिट्टी के उग रहे हैं। ये न सिर्फ  घर की शोभा बढ़ा रहे हैं बल्कि हमें गार्डनिंग के वो तमाम सारे फायदे दे रहे हैं, जो हमें रेगुलर गाडर्निंग से मिलते हैं। इसलिए अब अगली बार से स्पेस न होने का बहाना न बनाएं। गार्डनिंग के लिए बालकनी, इंडोर स्पेस और यहां तक कि रसोई में जगह निकाली जा सकती है बशर्ते आप इसकी जरूरत, महत्व और सौंदर्यबोध को समझें। लेकिन स्मार्ट गार्डनिंग के लिए कुछ चीजों को ध्यान में रखना भी बहुत जरूरी है। मसलन इंडोर प्लांट्स के पत्तों को जब भी मौका मिले साफ कर दें। उन्हें घर के धुएं और मिट्टी से न भरने दें वरना दिखने तो ये खराब दिखेंगे ही, जल्दी मुरझा भी जाएंगे। इसी तरह पानी में उगाये गये पौधों का हर सप्ताह बहुत सतर्कता के साथ पानी बदल दें नहीं तो पौधों की जड़ें सड़ जाएंगी। और हां, इस बात का भी ध्यान रखें कि पौधों में फिल्टर पानी न डालें। एक्वागार्ड, आरओ, बिस्लरी वाटर पौधों की सेहत के लिए सही नहीं होता। पौधों में सीधे नल में आने वाले पानी को डालें।-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर