ज़रूरी है फ्रिज की उचित देखभाल

फ्रिज गर्मी में काम आने वाला महत्त्वपूर्ण उपकरण है। इसकी महत्ता इतनी बढ़ गई है कि यह एक आवश्यक वस्तु बन गया है। तपती गर्मी में जब हमें प्यास लगती है तो फ्रिज का ठण्डा पानी हमें सुखद अहसास कराता है। गृहणियों के लिए तो यह अति लाभदायक वस्तु है। 
कई महिलाएं फ्रिज के चक्कर में खाद्य पदार्थ इतनी अधिक मात्र में बना लेती हैं कि वे पदार्थ कई दिनों तक फ्रिज में पड़े रहते हैं जिनसे उनकी पौष्टिकता तो नष्ट होती ही है, साथ ही वे स्वास्थ्य की दृष्टि से भी उपयुक्त नहीं होते, अत: फ्रिज को उपयोग करने से पूर्व इसकी जानकारी अवश्य रखनी चाहिए।
४ दूध आदि तरल पदार्थों को फ्रिज के ऊपरी हिस्से में रखें। अधिक दिन तक इन्हें फ्रिज में न रखें।
४ गर्म पदार्थ को कभी भी फ्रिज में न रखें। पूर्णरूप से ठंडा होने पर ही उन्हें फ्रिज में रखा जा सकता है।
४ खाद्य पदार्थों को फ्रिज में रखने से पूर्व उन्हें ढक दें। 
४ केले, आलू, प्याज आदि फ्रिज में न रखें।
४ पके हुए पदार्थों को फ्रिज में एक या दो दिन से अधिक समय तक न रखें।
४ फ्रिज से सब्जी निकालने के पश्चात् उन्हें पुन: फ्रिज में रखने से बचें। ऐसा करने से सब्जियां बैक्टीरिया के प्रभाव में आ सकती हैं।
४ कच्ची व हरी सब्जियों को फ्रिज में निचले हिस्से में रखें। इन्हें फ्रिज में रखने से पूर्व छेद वाले पॉलीथीन में रखना श्रेयस्कर है।
४ सप्ताह में एक बार सभी चीजों को बाहर निकाल कर फ्रिज की सफाई अवश्य करें ताकि उसमें बदबू उत्पन्न न हो। दुर्गंधमुक्त रखने हेतु आधा नींबू काट कर फ्रिज में रख दें।
४ मैंगो शेक, शिकंजवी, शरबत आदि पेय पदार्थ 5-6 घंटों से अधिक फ्रिज में न रखें।
४ सब्जियों को फ्रिज में रखने से पूर्व उन्हें धोकर सुखा लें ताकि उनमें मिट्टी न रहे। मिट्टी में कीटाणु होते हैं जो अनेक बीमारियां फैलाते हैं।
४ पानी व बर्फ रखने के बर्तनों को भी बीच-बीच में साफ करती रहें।
४ फ्रिज को अधिक देर तक खोलकर न रखें।
४ एक तरफ लगे रबड़ को चेक करती रहें। यदि रबड़ ढीला हो तो तुरन्त इसे ठीक करवाएं ताकि उसमें कॉकरोच व मच्छर आदि घुसने का भय न रहे।