जरूरी है किचन की साफ-सफाई

भारतीय महिलाओं का अधिकतर समय रसोई में बीतता है। यदि वे रसोईघर को साफ नहीं रखेंगी तो परिवार को भोजन के साथ कई रोग भी परोस सकती हैं। यदि किचन साफ-सुथरा हो तो काम की स्पीड भी बढ़ जाती है और काम करने का मजा भी। आइये देखें किचन को साफ सुथरा कर हम कैसे उस मजे का आनन्द उठा सकते हैं।
किचन को साफ सुथरा रखना खाना बनाने का ही भाग समझें, अलग काम नहीं। यदि किचन साफ होगा तो काम में आसानी भी रहेगी।
किचन के सामान का एक स्थान निश्चित रखें ताकि आवश्यकता पड़ने पर उसे ढूंढ़ना न पड़े जैसे किचन नैपकिन, छोटे हैंड टॉवल, टिश्यू पेपर, फायल पेपर, पालीथिन बैग्स, गारबेज बैग्स आदि ताकि आवश्यकता के समय हाथ पैर न मारने पड़ें।
किचन में इतनी प्रकार के काम होते हैं कि सामान अस्त व्यस्त हो जाता है। काम खत्म करने पर नमकदानी, चाय की पत्ती का डिब्बा, चीनी का डिब्बा, दालें आदि सामान को यथा स्थान अवश्य रख दें ताकि अगली बार जरूरत पड़ने पर परेशानी न हो।
किसी भी चीज पर निगाह जाए और लगे कि वह गंदी लग रही है तो उसे उसी समय साफ कर दें नहीं तो स्पेशल समय निकालना पड़ेगा जो प्राय: जल्दी से नहीं मिलता। 
रात्रि में सोने से पहले किचन को संभालकर सोयें ताकि प्रात: काल की हड़बड़ी से बचा जा सके। कोशिश करें कि रात्रि में ही सिंक आदि साफ कर के सोयें,बर्तनों में पानी डाल दें और प्लेटों में पड़े अवशेष डस्टबिन में डाल दें। 
 सफाई के लिए जिन कपड़ों को प्रयोग में लाएं, उन्हें धुलवाते रहें और इन कपड़ों को अलग रखें ताकि इनमें कीटाणु न पनपने पाएं।
चाकू, छुरी हर बार प्रयोग करने से पहले और बाद में धोकर रखें ताकि उन पर मक्खी मच्छर न बैठ सकें। 
10-12 दिन के बाद अपने फ्रिज को पूरी तरह खाली कर गीले कपड़े से साफ करें और फिर सूखे कपड़े से अच्छी प्रकार पोंछें।
जिन बर्तनों का प्रयोग कम होता हो, उन्हें अलग स्थान पर पोंछ कर रखें ताकि प्रयोग के समय उन्हें आसानी से प्रयोग में लाया जा सके। 
रसोई घर में एक डस्टबिन में गारबेज बैग लगा कर रखें और सप्ताह में एक बार उसे अच्छी तरह साफ कर कीटनाशक से धोएं। गारबेज बैग प्रतिदिन चेंज करें।
रसोई के फर्श और स्लैब को साफ करने के लिए सिरके को पानी में मिला कर साफ करें। चींटियां दूर रहेंगी। (उर्वशी)