ज़रूरी है बाथरूम की साफ-सफाई

स्नानागार एक ऐसा स्थान होता है जहां हम अपने शरीर की गंदगी की सफाई करते हैं। दिन भर की धूल मिट्टी, पसीना, प्रदूषण व अन्य वस्तुएं कई तरह के जीवाणु और कीटाणुओं को पैदा करते हैं। ऐसे में यदि शरीर की सफाई प्रतिदिन न की जाये तो कई प्रकार की बीमारियां पैदा हो जाती हैं। 
तौलिया:- तौलिये का स्पर्श शरीर से सीधा होता है इसलिए तौलिए का प्रयोग करते समय सावधानी बरतनी चाहिए। परिवार में हर सदस्य का अपना अलग तौलिया होना चाहिए। शरीर पोंछने के बाद तौलिये को धूप अवश्य लगवानी चाहिए। तौलिया फंगस संक्रमण फैलाने में सहायक होता है। गर्मियों में इसको एक दिन के गैप के बाद अवश्य धो लें और सर्दियों में दो दिन बाद भी धो सकते हैं। 
साबुन:- जब भी साबुन का प्रयोग करें, बाद में उसे धोकर साबुनदानी में रखें। छेद वाली साबुनदानी का प्रयोग करें जिससे पानी साबुनदानी में इकट्ठा न हो सके। एकत्रित पानी संक्र मण फैलाने में सहायक होता है। 
टूथ ब्रश:- टूथ ब्रश हमेशा ढक कर रखें नहीं तो मच्छर व काक्रोच उस पर अपना मल छोड़ देंगे। उन ब्रशों के प्रयोग से पेट खराब हो सकता है। कभी भी दूसरों का टूथ ब्रश इस्तेमाल न करें। कभी ब्रश उपलब्ध न हो तो उंगली से पेस्ट या मंजन करें।
स्क्रबर:- शरीर को साफ करने के लिए स्पंज या स्क्र बर का प्रयोग करना चाहिए। जैसे ही कोई दाग धब्बा स्पंज, स्क्रबर पर आ जाये, उसका प्रयोग न करें। उसे फेंक दें। स्क्र बर या स्पंज का प्रयोग यदि सारा परिवार कर रहा है तो हर सदस्य के प्रयोग करने के बाद अच्छी तरह से धोकर रखें। दिन में धूप में स्क्र बर को सुखा दें।
बाल्टी और मग:- बाथरूम में प्रयोग होने वाली बाल्टियों और मगों को भी समय-समय पर साफ करते रहना चाहिए। डिटॉल-डिटर्जेंट के घोल से बाल्टी, मग को धोएं और धूप में रख दें।
टॉयलट सीट्स:- मल करने के बाद फ्लश अवश्य करें। अंग्रेजी टायॅलट प्रयोग करने के बाद ढक्कन से ढक दें। टायॅलट सीट्स को टायॅलट क्लीनर से साफ करें। बच्चों को फ्लश का सही प्रयोग करना सिखा देना चाहिए। अंग्रेजी टायॅलट को बाहर से भी साफ करें। सैनिटरी नेपकिंस को कभी फ्लश न करें। फिसलने वाले पत्थर या फ्लोर टाइल्स स्नानागार में न लगवायें। बाथरूम मैट्स को बाथरूम की सफाई के बाद धूप में सूखने के लिए रख दें। आप सफाई के लिए तेजाब का प्रयोग कर रही हैं तो दस्ताने अवश्य पहनें नहीं तो जरा-सी लापरवाही से आपको नुकसान पहुंच सकता है। 

-सुनीता गाबा