अच्छी बनावट से घर को रखें ठंडा

जीहां, सुनने में थोड़ा अटपटा लग सकता है कि गर्मी वह भी घर को। लेकिन यह हकीकत है। लेकिन अगर घर की साज सज्जा में थोड़ी सजगता बरती जाए तो गर्मी के मौसम में जो करीब दो तिहाई हिंदुस्तान में आग बरसती है, उससे थोड़ी राहत मिल सकती है। कई बार आपने खुद एहसास किया होगा कि घर में बेतरतीबी से भरा सामान, गंदगी, चुभने वाली लाइटें,बेड में बिछीं भड़कीले रंग की चादरें आदि घर को ज्यादा ही गर्मी और बेचैनी से भर देती हैं।  सौंदर्यबोध के साथ रखे गये इंडोर प्लांट्स आदि घर के भीतर के वातावरण को कई डिग्री ठंडा कर देते हैं। मसलन- गर्मियां शुरु होते है ही हमें घर की सजासज्जा में कुछ बदलाव की कोशिश करनी शुरु कर देनी चाहिए। अगर बाकी मौसम में घर में इंडोर प्लांट्स रखने से आप कतराती हैं, तो गर्मियों में ऐसा मत करिये। भले लगता हो कि ये ऐसी क्या ठंडक देंगे लेकिन यकीन मानिये ये घर के वातावरण को सुकूनदायक बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। खिड़की के फ्रं ट टेबल के अलावा डायनिंग टेबल पर भी इंडोर प्लांट्स करीने से सजा देंगी तो ये खाने पीने के दौरान परेशान नहीं करेंगे।
वैसे तो हर समय कोशिश करनी चाहिए कि घर में जब तक नेचुरल लाइट्स से काम चले, तब तक कृत्रिम लाइटों को तरजीह न दें। लेकिन गर्मियों में तो इस बात का खास तौर पर ध्यान रखें। घर की कुछ सेटिंग ऐसी करें कि कम से कम दिन के समय नेचुरल लाइट से ही काम चल जाये। अगर नेचुरल लाइट से काम नहीं चले तो दूधिया रोशनी वाली एलईडी का इस्तेमाल इन दिनों ज्यादा करें। घर में जब भी जरूरत से ज्यादा चीजें होती हैं, वो हमें मानसिक रूप से भी बेचौन करती हैं और गर्मियों में यह बेचौनी गर्मी के रूप में हमें एहसास होती है।  अगर फ र्नीचर बदल सकें तो इस दौरान ऐसा फ र्नीचर रखें जो आंखों को भला लगे और दिल में सुकून का एहसास जगाये। लेकिन सब कुछ के बावजूद यह कंर्फ टेबल होना चाहिए।
सजगता से अगर अपना बजट बनाएं तो अलग-अलग मौसम के लिए रसोई के बर्तनों का रंग अलग-अलग कर लें। गर्मियों में सुबह शाम अगर बहुत हल्का सा रूम फ ्रेशनर का इस्तेमाल कर लिया जाए तो यह घर को ठंडा और सुकूनदायक बनाता है। बेड की चादरें और सोफे के कपड़ों को कहने की जरूरत नहीं है कि इन दिनों बहुत हल्के रंगों का रखें,उन रंगों का जिन्हें देखकर आंखों की पुतलियां बड़ी हो जाती हैं । उन रंगों को इस मौसम में कतई जगह न दें, जिन्हें देखकर आंखों की पुतलियां सिकुड़ जाती हैं।  -इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर