पृथ्वी के रक्षा-कवच का काम करती है ओज़ोन परत

विश्व ओज़ोन परत संरक्षण दिवस हर साल लोगों को ओज़ोन परत के महत्व और
पर्यावरण पर पड़ने वाले उसके प्रभाव के बारे में जानकारी देने के लिए 16 सितम्बर
को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम पृथ्वी पर जीवन की रक्षा करने वाला
वैश्विक सहयोग रखी गई है। जीवन के लिए ऑक्सीज़न से ज्यादा ज़रूरी ओज़ोन है
और इस दिवस को मनाने की यही वजह है कि ओज़ोन परत के बारे में लोगों को
जागरूक किया जा सके। साथ ही इसे बचाने के लिए समाधान निकाले जा सकें।
ओज़ोन आक्सीजन के तीन परमाणुओं से मिलकर बनने वाली एक गैस है। ओज़ोन
परत गैस की एक नाजुक परत है जो पृथ्वी को सूर्य की किरणों के हानिकारक
प्रभाव से बचाने का काम करती है और इस प्रकार यह पृथ्वी पर जीवन को
संरक्षित करने में अहम भूमिका निभाती है। यह मनुष्य के साथ पेड़-पौधों और
जानवरों के लिए भी बेहद लाभकारी सिद्ध हो सकती है।
दुनिया में हर मनुष्य सुख और आनन्द का जीवन जीना चाहता है। यह प्रकृति का
विधान है मगर मानव सभ्यता के विकास के साथ साथ पृथ्वी पर विचरण करने
वाले प्राणी सुख के साथ दु:ख के भी शिकार हुए हैं। कहीं रोटी, कपड़ा और मकान
का संकट आ खड़ा हुआ तो कहीं मानव जनित समस्याओं से खुद को जूझना पड़
रहा है। नई नई बीमारियों से रूबरू होना पड़ रहा है तो जल, जंगल और पृथ्वी की
विभिन्न समस्याओं से दो दो हाथ करने पड़ रहे हैं। विभिन्न वैश्विक संस्थाओं ने
इन सभी संकटों से छुटकारा दिलाने के लिए अनेक समुचित प्रबंध कर मानव को
जागरूक और सचेत किया है। ऐसा ही एक ज्वलंत मसला ओज़ोन परत का है।
ओज़ोन परत के बारे में सामान्यत: लोग ज्यादा नहीं जानते हैं। ओज़ोन परत
ओज़ोन अणुओं की एक परत है। ओज़ोन परत हानिकारक पराबैंगनी किरणों को
पृथ्वी पर आने से रोकती है। 
 सबसे पहले यह जानना ज़रूरी है की यह ओज़ोन परत है क्या और इससे हमें
किस बात का खतरा है। ओज़ोन हल्के नीले रंग की एक  गैस होती है। ओज़ोन
ऑक्सीजन के तीन परमाणुओं से मिलकर बनने वाली एक गैस है जो कि
वातावरण में बहुत कम मात्रा में पाई जाती है। ओज़ोन परत सामान्यता धरती से
10 किलोमीटर से 50 किलोमीटर की ऊंचाई के बीच पाई जाती है। जिस प्रकार
छाता बारिश से हम को बचाता है, वैसे ही यह ओज़ोन सूर्य के भीषण ताप से
पृथ्वी को बचाती है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह पृथ्वी और पर्यावरण के लिए एक
सुरक्षा कवच का कार्य करती है और सूर्य की खतरनाक पराबैंगनी (अल्ट्रा वायलेट)
किरणों से हमें बचाती है। ओजोन परत गैस की एक नाज़ुक ढाल है। पृथ्वी को सूर्य
की किरणों के हानिकारक प्रभाव से बचाकर  हमारे जीवन को संरक्षित रखने में
हमारी मदद करती है। बिना ओज़ोन परत के हम ज़िंदा नहीं रह सकते क्योंकि इन
किरणों के कारण कैंसर जैसी भयावह बीमारी, फसलों को नुकसान और समुद्री जीवों
को खतरा पैदा हो सकता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि ओज़ोन परत के बिना
धरती पर जीवन का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। संतुलन बिगड़ता है, सर्दियों की
तुलना में अधिक गर्मी होती है, सर्दियां अनियमित रूप से आती हैं और ग्लेशियर
पिघलने शुरू हो जाते हैं। बहुत पहले विभिन्न कारणों से ओज़ोन परत में छेद होने
से पर्यावरण संकट उत्पन्न हो गया था मगर अब यह छेद बंद होने से संकट टल
गया है।
पृथ्वी अनमोल है। इसी पर आकाश है, जल, अग्नि, और हवा है। इन सबके मेल
से सुंदर प्रकृति है। आज हमारी पृथ्वी पर जो इतना बड़ा संकट आ खड़ा हुआ है,
यदि समय रहते इसका निदान-निराकरण नहीं हुआ तो हमें बहुत भारी कीमत
चुकानी पड़ेगी। अगर हमें पृथ्वी को बचाना है तो हमें विश्व ओज़ोन परत दिवस पर
संकल्प लेना चाहिए कि हम पृथ्वी और उसके वातावरण को बचाने का प्रयास
करेंगे। धरती को प्रदूषित होने से बचाएंगे। बिजली की बचत करेंगे और वातावरण
को शुद्ध बनाने के हर कार्य को जिम्मेदारी से निभाएंगे ताकि हमारी पृथ्वी और
आकाश को हर दृष्टि से सुरक्षित और संरक्षित रखा जा सके। 
-मो.94144-41218