पोस्ट रिटेन एग्जाम ऐसे आसानी से क्रैक करें इंटरव्यू...!

जर्मनी के फ्रैंकफर्ट शहर में इमेज सलाहकार इज़ाबेल शुर्मन के मुताबिक हम सिर्फ  अपनी ज़ुबान से ही संवाद नहीं करते, हमारा शरीर भी बोलता है। इसलिए जरूरी होता है कि लिखित परीक्षाओं के बाद होने वाले इंटरव्यूज में हम सिर्फ  जुबान से ही अपनी बात प्रभावशाली ढंग से न रखें बल्कि उसमें हमारे शरीर का भी योगदान हो। लेकिन सब ऐसा तालमेल नहीं बना पाते। कुछ लोग इंटरव्यू के लिए जाते समय ही बहुत नर्वस हो जाते हैं और इंटरव्यूज़ के दौरान तो इस कदर घबरा जाते हैं कि लिखित परीक्षा या डिग्रीज की बदौलत जो नौकरी हाथ में लगभग आ चुकी होती है वह निकल जाती है। अगर आपको भी इंटरव्यूज़ के नाम से ही पसीना छूटने लगते हैं तो समझो यह लेख आपके लिए ही लिखा गया है। कल इंटरव्यू है और आज रात को आपको नींद नहीं आ रही। आपके दिमाग में उस क्षण की तरह-तरह की तस्वीरें घूम रही हैं? आखिर इस तनाव से निजात कैसे पायें ? इसका एक अच्छा तरीका यह है कि इंटरव्यू के लिए वैसी ही व्यवस्थित तैयारी की जाय जैसे हम लिखित परीक्षा के लिए करते हैं। आज की तारीख में कोई ऐसी कंपनी, कोई ऐसा संस्थान, संगठन या क्षेत्र विशेष ऐसा नहीं है जिसके बारे में तमाम जानकारियां अलग-अलग स्रोतों के जरिए हासिल न की जा सकती हों। इसलिए जिस कंपनी के लिए आपको इंटरव्यू देना हो तैयारी के रूप में सबसे पहले उसकी वेबसाइट की विजिट करें। उसे पढ़ें। कंपनी की अगर सालाना रिपोर्ट उसकी वेबसाइट में मौजूद है तो उसे भी देखें। अगर अखबारों और पत्रिकाओं में उस कंपनी के बारे में अकसर कुछ छपता रहता है तो इंटरनेट में सब कुछ मिल जाएगा उसे पढ़ें। इंटरनेट में उसके बारे में विभिन्न एंग्लों से सर्च करें। तमाम सूचनाएं मिल जाएंगी।
वास्तविक इंटरव्यू के पहले अपने दोस्तों या घर वालों की मदद से कई बार डमी इंटरव्यू देने की कोशिश करें। अपने किसी खास दोस्त या घर के किसी सदस्य को कुछ देर के लिए अपना होने वाला बॉस बना दें और उससे कहें कि वह आपका इंटरव्यू ले। अगर कोई ऐसा व्यक्ति उपलब्ध नहीं है या आपको पसंद नहीं कि आप अपने होने वाले इंटरव्यू की घबराहट को किसी के साथ शेयर करें तो खुद अपने आपका इंटरव्यू करें। शुरू में यह थोड़ा अटपटा लगेगा। लेकिन एक बार अपने आप से ही सवाल पूछने और ईमानदारी से उन सवालों का जवाब देने की आदत पड़ जाए तो अपने आपका इंटरव्यू भी आसानी से लिया जा सकता है। अपने कैंपस में, रूम में, हॉस्टल में और घर में इस तरह के मॉक इंटरव्यू की प्रैक्टिस करें। यह प्रैक्टिस आपके लिए फायदेमंद साबित होगी।
कॅरियर गुरूओं का मानना है कि ऐसे मॉक इंटरव्यू वास्तविक इंटरव्यू के दौरान होने वाली घबराहट को आधी कर देते हैं और आत्मविश्वास का लेवल काफी ज्यादा बढ़ा देते हैं। इंटरव्यू सिंड्रोम से बचने के लिए आजकल कई तरह के उपाय मौजूद हैं। साइबर दुनिया में तमाम ऐसी वेबसाइटें हैं जो इंटरव्यू की तैयारी करवाती हैं। इन वेबसाइटों में मॉक इंटरव्यू ऐसे अनुभवी लोगों द्वारा तैयार किए जाते हैं जो आमतौर पर इस तरह के इंटरव्यू लेते रहे हैं या वर्तमान में भी ले रहे हैं। नतीजतन, ये इंटरव्यू न सिर्फ  वास्तविकता के बेहद नजदीक होते हैं बल्कि कई बार तो ऐसे मॉक इंटरव्यू की प्रैक्टिस के बाद वास्तविक इंटरव्यू बहुत ही साधारण लगने लगते हैं। इन वेबसाइटों में मॉक इंटरव्यू को ज्यादा वास्तविकता का रंग देने के लिए वेतन को लेकर नेगोशिएशन और आपके रेज्यूमे को लेकर आलोचना को भी शामिल किया जाता है।
अगर आप अपने जीवन का पहला जॉब इंटरव्यू देने जा रहे हैं तो जाहिर है आपको रोजगार की दुनिया के शिष्टाचार की व्यवहारिक जानकारी भी होनी चाहिए। मसलन- कभी भी कैजुअल टी-शर्ट और फैंसी जूते पहनकर जॉब इंटरव्यू देने न जाएं। हमेशा औपचारिक ऑफिस वियर में ही इंटरव्यू के लिए जाएं। रेज्यूमे के अलावा अपने वे तमाम शैक्षणिक प्रमाणपत्र और उपलब्धियों के सर्टीफिकेट भी एक व्यवस्थित क्रम में फोल्डर के अंदर लेकर जाएं। ये विभिन्न तरह के प्रमाणपत्र आपकी दावेदारी को इंटरव्यू के सामने मजबूत करेंगे। जिससे आपके लिए नौकरी की स्थितियां बेहतर होंगी। इंटरव्यूअर की गुगली के लिए हमेशा तैयार रहें। हो सकता है आपने जो-जो तैयारी की हों वह सब तैयारी धरी की धरी रह जाए।  इंटरव्यूअर आप से ऐसे सवाल पूछे जिससे आप चकरा जाएं। जैसे क्या आपने कभी क्रिकेट खेली है, क्रिकेट में आपको क्या पसंद है, आपका पसंदीदा बैट्समैन कौन है या फिर आपकी फिल्मों में रुचि है, अब तक आपने कौन सी ऐसी फिल्म देखी है,जिसने आपको बहुत प्रभावित किया हो या आपकी पसंदीदा आइसक्रीम कौन सी है वगैरह-वगैरह।
ये सवाल लगते भले बेमतलब हों लेकिन कई बार इंटरव्यूअर आपकी व्यवहारिक दुनिया, आपका दायरा और काम के इतर आपकी पसंद-नापसंद जानकर उनके जरिए आपकी शख्सियत को नए तरह से विश्लेषित करने की कोशिश करता है। इसलिए ऐसे अनपेक्षित सवालों के लिए भी तैयार रहें और ऐसे मौके पर हमेशा ईमानदारी से और पूरी रचनात्मकता के साथ जवाब दें। इससे आप फायदे में रहेंगे।...और हां, जिस सवाल का जवाब आप बिलकुल न जानते हों,उसे न दें। इसके लिए कल्पनाशीलता से बचें  इसलिए जिस सवाल का जवाब न जानते हों, विनम्रता से कह दें सॉरी मैं इस बारे में कुछ नहीं जानता। अगर इंटरव्यू के लिए ये कुछ टिप्स ईमानदारी से इस्तेमाल करेंगे तो शायद ही निराश होना पड़े।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर