इंटर्नशिप से मिलती है जॉब पाने में मदद

इसमें कोई दो राय नहीं है कि छात्रों के लिए करियर विकास की महत्वपूर्ण कुंजी यह है कि उच्च शिक्षा हासिल की जाये ताकि पर्याप्त मात्रा में अकादमिक ज्ञान प्राप्त हो सके और साथ ही प्रतिभा में निखार आ सके। इसके लिए आवश्यक होता है कि कॉलेज में उचित अकादमिक पाठ्यक्रमों का चयन किया जाये, जोकि सफल करियर के लिए आवश्यक होते हैं।
लेकिन अकादमिक शिक्षा के साथ ही अब एक्सपीरियंस लर्निंग (अनुभव प्राप्त करते हुए सीखना) का महत्व भी निरंतर बढ़ता जा रहा है, जो यह तय करने का सबसे अच्छा पैमाना है कि छात्र उद्योग-संबंधी स्किल सेट्स के लिए तैयार है या नहीं। यही कारण है कि इंटर्नशिप्स और समर ट्रेनिंग अहम इंडेक्स बन गये हैं यह सुनिश्चित करने के लिए कि अच्छे प्रोफेशनल करियर के लिए छात्र की कितनी तैयारी है।
इंटर्नशिप्स का महत्व
लगभग सभी उद्योगों में अधिकतर कम्पनियां उन छात्रों को हायर करने को वरीयता देती हैं जोकि पहले ही प्रवेश-स्तर का अनुभव हासिल कर चुके हैं और उन्हें किसी खास फील्ड की जानकारी या ज्ञान है। इसलिए प्रमुख कॉलेजों व विश्वविद्यालयों ने भी यह लाज़मी कर दिया है कि छात्र, विशेषकर जो प्रोफेशनल पाठ्यक्रम में हैं, बेहतर करियर विकास के लिए समर ट्रेनिंग के ज़रिये किसी प्रकार का इंटर्नशिप अनुभव प्राप्त करें। इंटर्नशिप्स व समर ट्रेनिंग के माध्यम से छात्रों को क्लासरूम के बाहर वास्तविक उद्योग संसार में अनुभव प्राप्त करने का अवसर मिल जाता है । इस प्रक्रिया में वह किसी खास फील्ड या डोमेन में कम्पनी की रोजमर्रा की कार्यशैली को जान व सीख जाते हैं।
इंटर्नशिप्स व समर ट्रेनिंग कार्यक्रम पूर्ण करने के बाद छात्रों को न केवल व्यक्तिगत करियर ग्राफ  निर्धारित करने का मार्गदर्शन मिल जाता है बल्कि वह यह भी जान जाते हैं कि उनके चुने हुए क्षेत्र में एम्प्लायर्स उनसे क्या उम्मीद रखते हैं। इंटर्नशिप्स या समर ट्रेनिंग छात्रों के लर्निंग लक्ष्यों और कम्पनी की संगठनात्मक ज़रूरतों के बीच संतुलन हैं। जो कम्पनियां छात्रों को इंटर्नशिप्स या समर ट्रेनिंग ऑफर करती हैं वह उन्हें निरंतर मार्गदर्शन, अवलोकन, मूल्यांकन व फीडबैक भी उपलब्ध कराती हैं, जोकि उनकी सफलता के लिए ज़रूरी होते हैं। इंटर्नशिप्स व समर ट्रेनिंग करने के कुछ मुख्य लाभ निम्न प्रकार से हैं।
क्लासरूम लर्निंग को प्रैक्टिकली करना
एक प्रोफेशनल वातावरण में इंटर्नशिप्स व ट्रेनिंग प्रोग्राम करने से छात्रों को अवसर मिल जाता है कि उन्होंने क्लासरूम में जो थ्योरी व कॉन्सेप्ट्स पढ़ें हैं उनके आधार पर अपने स्किल्स को निखार लें और उनका प्रैक्टिकल एप्लीकेशन सीख लें। अकादमिक विकास के लिए प्रोफेशनल स्किल्स को निखारने के साथ ही छात्रों को उद्योग-विशिष्ट टेक्नोलॉजिकल स्किल्स सीखने का भी मौका मिलता है जोकि उनके करियर के लिए महत्वपूर्ण होता है।
करियर चयन
इंटर्नशिप्स व समर ट्रेनिंग से छात्रों को सीधा उद्योग एक्सपोज़र मिल जाता है, जिसके आधार पर वह बाद में उचित करियर मार्ग का चयन कर सकते हैं । इस अनुभव से उन्हें मालूम हो जाता है कि उनके लिए कौन सा करियर बेहतर रहेगा।
प्रोफेशनल नेटवर्किंग
इंटर्नशिप्स व समर ट्रेनिंग से छात्रों को प्रोफेशनल नेटवर्क बनाने का अवसर मिल जाता है, यानी उनकी उन लोगों से मुलाकात हो जाती है जो बाद में उनके लिए जॉब अवसरों व रेफरेंस का स्रोत बन सकते हैं। अच्छे प्रोफेशनल नेटवर्क से छात्र को-लर्न (साथ सीखना) कर सकते हैं और अपने करियर के शुरआती चरण में एक-दूसरे की स्पोर्ट बन सकते हैं।
सीखने का अनुभव व स्किल निखारने का अवसर  
इंटर्नशिप्स व समर ट्रेनिंग से छात्रों को प्रोफेशन का सीधा एक्सपोज़र मिलता है। इसके ज़रिये छात्रों को अपने स्किल निखारने का अवसर मिलता है और वह जो ज्ञान अर्जित करते हैं उससे वह अपने करियर को उस फील्ड में दिशा दे सकते हैं जिससे अपनाने की वह सोच रहे हैं।
करियर संभावनाओं में वृद्धि
छात्र की सीवी में अगर इंटर्नशिप या समर ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट संलग्न है तो यह आइसिंग ऑन द केक होता है क्योंकि एम्प्लायर ऐसे सर्टिफिकेट वाले छात्रों को रोज़गार देने में प्राथमिकता देते हैं। -इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर