जीव-जंतुओं का विलक्षण संसार

बच्चो, चींटियों के फेफड़े नहीं होते, ये शरीर में चारों ओर बने छोटे-छोटे छिद्रों द्वारा सांस लेती हैं। चिंपाज़ी विश्व का सबसे अधिक समझदार जानवर है। सिखाए जाने पर वह इन्स्ट्रूमैंट जैसे साज़ बजा लेता है और पेंटिंग भी कर लेता है। छुरी-कांटे के साथ खाना इसके लिए एक खेल है। पक्षियों में गिद्ध और बाज़ की आंखें सबसे तेज़ होती हैं। इस कारण यह दस किलोमीटर दूर तक अपने शिकार को साफ देख लेते हैं।
घड़ियाल का आंखें उभरी हुई नज़र आती हैं, जिन पर एक पारदर्शी झिल्ली रहती है। इस झिल्ली से यह पानी में अपने शिकार को आसानी से देख सकता है। हाथी की सूंड में एक भी हड्डी नहीं होती, सिर्फ मासपेशियां ही होती हैं। इसका दिमाग 4.5 किलोग्राम होता है। इसकी सुनने एवं देखने की शक्ति कम तथा सूंघने की शक्ति तेज़ होती है। आक्टोपस के तैरने का तरीका बड़ा विचित्र होता है। इसके शरीर में एक ट्यूब होती है, जिसके माध्यम से यह पानी खींचता है और बड़ी तेज़ी से बाहर निकालता है। इस क्रिया से शरीर में गति पैदा होती है और यह आगे बढ़ता चला जाता है। 
मच्छर अपने वज़न से तीन गुणा अधिक मनुष्य का रक्त पी जाता है। इसी प्रकार पैलिकन नामक चिड़िया अपने मुंह में पेट से अधिक भोजन समा सकती है। यह चोंच के नीचे झूलती थैली में सप्ताह भर का भोजन रख सकती है। 
विकुना एक ऐसा जीव है, जिसके रक्त में मनुष्य के रक्त के मुकाबले तीन गुणा अधिक आक्सीजन होती है। अपने झिल्लीदार पांव के कारण इसकी ज़मीन पर पकड़ बहुत मज़बूत होती है। ज़हरीली स्टोन फिश गर्म पानी में रहती है। इसका शरीर चित्तीदार पत्थर जैसा होता है। जिस कारण यह समुद्र की सतह पर पड़े पत्थरों के बीच दिखाई नहीं देती और वहीं अपने शिकार पर झपटने के लिए इंतज़ार में लेटी रहती है। विश्व भर में मच्छलियों की 4500 से अधिक प्रजातियां हैं। ये प्रजातियां घरेलू मक्खी के आकार से लेकर 60 से 65 मीटर तक लम्बी होती हैं। जो विश्व की भिन्न-भिन्न जलवायु के अनुसार भिन्न-भिन्न जल भंडारों में पाई जाती हैं।
चमगादड़ की सुनने की शक्ति इतनी तेज़ होती है कि हज़ारों बच्चों में से किस बच्चे ने उसे पुकारा है, उसे तुरंत पहचान लेती है। मादा तितली अपने सम्पूर्ण जीवन काल में 50,000 से अधिक अंडे देती है। एक फूल से दूसरे फूल तक उड़-उड़ कर रस पीने वालीं तितलियां परांगन में सहायक मानी जाती हैं। ये फूलों का मीठा रस स्वाद के लिए नहीं चूसतीं, अपितु इससे उन्हें उड़ने के लिए आवश्यक शक्ति प्राप्त होती है।
 
-गांव व डाकघर खोसा पांडो (मोगा)-142048