स्कूल बस का रंग पीला क्यों होता है?

हमने अक्सर देखा है कि स्कूल बस का रंग पीला होता है। बस का रंग सिर्फ भारत में ही पीला नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों में भी पीला है। सड़क पर चलते समय पता लग जाता है कि यह बस स्कूल या कालेज की है। पीला रंग अमरीका की देन है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि यह रंग दूर से आसानी से देखा जा सकता है। लाल रंग के बाद पीला रंग ऐसा है जो काफी दूर से देखा जा सकता है। यह एक ऐसा रंग है जो हर मौसम में आसानी से देखा जा सकता है।1930 में कोलंबिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर फ्रैंक सियर ने खोज की कि बच्चों की सुरक्षा के लिए क्या अच्छा हो सकता है। उन्होंने एक बैठक बुलाई जिसमें देश भर से शिक्षक, बस निर्माता और अधिकारी शामिल हुए। 
उन्होंने एक दीवार पर कई रंग चिपका दिये। फिर बुलाए गए लोगों को चुनने के लिए कहा। सभी ने पीले रंग का चयन किया। तभी से स्कूल बस का रंग पीला हो गया। सर्वोच्च न्यायालय ने स्कूल बसों का रंग पीला ही करने के आदेश दे दिए। साइंस के अनुसार पीले रंग की वेवलेंथ सबसे अधिक होती है। पीले रंग का लैटरल पेरीफेरल विजन भी अन्य रंगों से अधिक होता है। लैटरल पेरीफेरल का मतलब है जिसको साइड से भी आसानी से देखा जा सके।
वैज्ञानिकों का कहना है कि पीला रंग इंसानी आंखों को सबसे ज्यादा आसानी से दिखाई देता है। विशेषज्ञों के अनुसार पीले रंग का लैटरल पेरीफेरल (Lateral Peripheral Vision) लाल रंग की तुलना में 1.24 गुणा ज्यादा है। इसका मतलब है कि अन्य रंगों की तुलना में पीले रंग में 1.24 गुणा अधिक आकर्षण होता है। इसलिए स्कूल बसों को रंगने के लिए पीले रंग का इस्तेमाल किया जाता है। 

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