रक्षासूत्र का उपहार

शान्ति वन में राजा शेखर शेर की बादशाहत कायम थीं। शान्ति वन के सभी साथियों में काफी मिल्लत था। यह सबकुछ राजा शेखर शेर की जिंदादिली से सम्भव हो सका था।
जैसे-जैसे रक्षाबंधन का त्योहार नज़दीक आ रहा था वैसे-वैसे कोमल हिरण को अपना भाई नहीं होने का गम सता रहा था। कोमल हिरण के पापा नवीन हिरण और अम्मा मुग्धा हिरण के लाख समझाने पर भी वह चुप नहीं हो रहीं थीं। वह लगातार रोते हुए अपने भाग्य को कोसती हुई अपनी अम्मा और पापा को भाई लाने की बातें कह रहीं थीं। सात साल की बच्ची की यह बातें माता-पिता को असहज कर दिया था।
कोमल हिरण की सारी सहेलियां अपने-अपने भाईयों को राखी बांधने की योजना बना रही थी। यह एक सप्ताह से चल रही थी। कुछ सहेलियों ने तो शान्ति वन के नये खुले माल से रक्षा सूत्र खरीद लाई थी। यह सबकुछ कोमल हिरण को अच्छा नहीं लगता था। वह अपनी सहेलियों की बातें हंसकर टाल देती थी।
फिर कोमल हिरण की सहेली श्रुति सियार को यह अच्छा नहीं लग रहा था। वह घर आकर अपनी अम्मा से अपनी सहेली कोमल हिरण की बातें बताई। यह सुनकर श्रुति सियार की अम्मा और पापा बहुत चिंतित हो गए। फिर सबने मिलकर एक उपाय ढूंढ निकाला।
श्रुति सियार ने अपने इकलौते भाई राजीव सियार को अपनी पक्की सहेली कोमल हिरण का भाई बनने का अनुरोध की। श्रुति की अम्मा और पापा ने भी राजीव सियार को इसके लिए उसे बड़ी सी कैडबरी डेरी का चॉकलेट देने का लालच देकर उसे कोमल हिरण से राखी बंधवाने के लिए तैयार कर लिया।
फिर वो अपनी अम्मा और पापा से पैसे लेकर एक खूबसूरत रक्षासूत्र खरीदने के बाद अपने भाई राजीव सियार को लेकर कोमल हिरण के यहां पहुंच गयी।
कोमल हिरण की अम्मा और पापा के साथ कोमल हिरण काफी दुखी थीं।
फिर श्रुति सियार ने कोमल हिरण के अम्मा और पापा को उनके पापा और मम्मी के साथ मिलकर राजीव सियार की सहमति से रक्षासूत्र बांधने की योजना बताई। कोमल हिरण के अम्मा और पापा काफी खुश हुए।
फिर श्रुति ने राजीव सियार को आगे बढ़ाकर कोमल हिरण को राखी बांधने का हुक्म दे दी।
अबतक कोमल हिरण को सारी बातें समझ में आ गई थी। उसने राजीव सियार को राखी बांधने के पहले तिलक लगाकर आरती उतारी और फिर रक्षासूत्र बांधकर मिठाई खिलाई।
फिर घर में श्रुति सियार की अम्मा के द्वारा दिए गए सुन्दर सी झलक देने वाली खूबसूरत वस्त्र का उपहार दिया।
यह उपहार पाकर कोमल हिरण काफी खुश हो गई।
फिर श्रुति सियार ने अपने पक्की सहेली कोमल हिरण को हर साल राजीव सियार को राखी बांधने का अनुरोध करते हुए राजीव सियार को भाई मानते हुए हर साल राखी बंधवाने का अनुरोध किया। कोमल हिरण इसके लिए तुरंत तैयार हो गई।
कोमल हिरण मम्मी-पापा के साथ आज अपनी प्यारी बेटी की मुस्कुराहट देखकर काफी खुश थे।
फिर सब लोग पूरी-सब्जी और फल के साथ मीठी खीर खाए।
भोजन के बाद श्रुति सियार अपने भाई राजीव सियार के साथ घर लौट आईं।
आज कोमल हिरण को रक्षाबंधन के पावन अवसर पर राजीव सियार के जैसा प्यारा भाई का उपहार मिल गया था।
शान्ति वन में श्रुति सियार की सुकून देने वाला तरीका की खबर फैल गई। सब लोग श्रुति सियार की प्रशंसा करते हुए नज़र आ रहे थे। (सुमन सागर)