बोर्ड परीक्षाएं न दें दबाव में

अब समय बहुत कम है बोर्ड परीक्षाओं में। अगर अब तभी समय का सदुपयोग करें तो बात बन जाएगी। इस पर समय का प्रयोग यदि पूरी मेहनत और लग्न से किया जाए तो लाभ मिलेगा और मानसिक तनाव भी नहीं रहेगा।
अपने समय को ध्यानपूर्वक मैनेज करें। अपने विषयों की प्रमुखता के अनुसार टाइमटेबल सेट करें और उस पर जुट जाएं जिससे आपको पढ़ना आसान लगेगा और फल भी अधिक मिलेगा। उसके लिए कुछ टिप्स हैं जिन्हें आप प्रयोग में लाकर अपने परिणाम को बेहतर बना सकते हैं।
अपनी प्रमुखता की लिस्ट तैयार करें
जिन विषयों में आपकी पकड़ कमजोर है, उन्हीं पर अपना पूरा ध्यान लगाएं। बस पूरा ध्यान परीक्षा और उसके परिणाम पर दें। पहले पेपर के लिए लास्ट वीक पूरा दें और बाद वाले पेपरों का सलेबस पहले खत्म करें।
थोड़े समय के लक्ष्य निर्धारित करें
अपने माता-पिता से डील करें कि अगले तीन दिन आप एक विषय के इतने पाठ पूरे करेंगे और ईमानदारी से उन्हें पूरा करें। माता-पिता को कहें कि यदि मैं अपने लक्ष्य को प्राप्त करूंगा तो आप मुझे मेरी पसंद की चीज खिलाएंगे। इससे आपका पढ़ाई में उत्साह बना रहेगा। 
एक विषय पर ध्यान केंद्रित करें
जब आप मैथ्स की प्रैक्टिस कर रहे हैं तो मैथ्स करें। बीच में साइंस या कामर्स का विषय न पढ़ें। इससे ध्यान भटक जाएगा और आप एक भी विषय को अच्छी तरह से नहीं कर पाएंगे।
दिन भर की रिपोर्ट बनाएं
जो आपने आज के दिन में सोचा था कि मैं अपना सिलेबस इतना खत्म करूंगा, रात्रि में सोने से पहले आत्म विश्लेषण करें कि क्या आप अपने निश्चय पर खरे उतरे या नहीं। हो सके तो डायरी में सिलेबस लिखें और कितनी पूर्ति हुई, उस पर टिक लगाएं नहीं तो अपने बनाए टाइम टेबल पर नज़र डालें कि यह कैसे छूट गया है।
एकाग्रता को भंग न होने दें 
परीक्षाओं की तैयारी के दिनों में अपनी एकाग्रता बना कर रखें। मन को शांत रखें। बीच में छोटे ब्रेक्स लें। लंबे ब्रेक्स न लें। इससे आप लक्ष्य से भटक सकते हैं। 
नींद और पौष्टिक आहार लेते रहें
दिन में एक या दो घंटे की नींद ले लें ताकि बाद की पढ़ाई के लिए फ्रेश रह सकें। खाने में घर का बना पौष्टिक भोजन लें। सूप, नट्स, फ्रूटस, दूध, पनीर, दही, दाल और सब्जी लें। भोजन पेट भर कर न खाएं। दिन में 4 या 5 बार थोड़ा थोड़ा खाएं।(उर्वशी)