कुछ लोगों के बाल घुंघराले कैसे हो जाते हैं?

‘दीदी, मेरे एक क्लासमेट के बाल कर्ली यानी घुंघराले हैं। उसे देखकर मैं अक्सर सोचता हूं कि उसके बाल घुंघराले कैसे हो गये?’
‘पहले यह समझो कि बाल होते क्या हैं।’
‘जी, बताएं।’
‘पतले, धागे-नुमा स्ट्रैंडस जो त्वचा से उगते हैं उन्हें बाल कहते हैं। बाल अनेक प्रकार के होते हैं। वह घने या फाइन, लम्बे या छोटे हो सकते हैं। वह सफेद या रंगीन हो सकते हैं। वह सीधे, लहराते या घुंघराले हो सकते हैं।’
‘यानी दुनियाभर में अलग-अलग लोगों के सिर के बाल अलग-अलग हो सकते हैं।’
‘हां। ओरिएंटल लोगों के बाल आमतौर से काफी सीधे होते हैं। नीग्रो के टाइट (गुंथे हुए) घुंघराले बाल होते हैं। कोकेशियन या श्वेत नस्ल के सदस्यों के बाल सीधे, हल्के घुंघराले या अति घुंघराले हो सकते हैं।’
‘तो क्या व्यक्ति के बालों का रंग, घुंघरालापन और मोटाई विरासत के कारण होती है?’
‘ऐसा ही होता है क्योंकि व्यक्ति बालों के निश्चित स्ट्रक्चर व प्रकार के साथ पैदा होता है। लेकिन बालों के स्ट्रक्चर के बारे में कुछ खास होता है जिससे यह तय होता है कि वह घुंघराले होंगे या नहीं।’
‘और वह खास क्या है?’
‘कल्पना करो कि पेड़ के तने की तरह आप एक सीधे बाल की शाफ़्ट को और एक घुंघराले बाल की शाफ्ट को बीच में से चीरते हैं।’
‘कल्पना कर ली।’
‘अगर तुम सीधे बाल के कट सेक्शन को माइक्रोस्कोप में देखोगे तो वह आपको गोल दिखायी देगा, लेकिन घुंघराले बाल का कट सेक्शन अंडाकार या फ्लैट दिखायी देगा। बाल जितना अधिक फ्लैट होगा उतना ही ज्यादा आसानी से वह मुड़ जायेगा और घुंघराला हो जायेगा।’
‘और बालों का रंग किस बात पर निर्भर करता है?’
‘मुख्यत: मेलानिन नामक पदार्थ पर, जोकि पिगमेंट या कलरिंग मैटर होता है। जब बाल जड़ में बनते हैं तो उस समय वह बालों की कोशिकाओं में होता है। इसकी मात्रा से तय होता है कि बाल गहरे रंग के होंगे या हल्के रंग के। उम्र के बढ़ने के साथ नई बनने वाली कोशिकाओं में मेलानिन की मात्रा कम हो जाती है। इसी वजह से बाल धीरे-धीरे ग्रे या सफेद हो जाते हैं।’
 

-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर