इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य और ऊर्जा के क्षेत्र में असम ने अभूतपूर्व तेज गति दिखाई है - पीएम मोदी 

जोरहाट (असम), 9 मार्च - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज मुझे असम के लोगों के लिए 17,500 हजार करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने का सौभाग्य मिला है। इसमें स्वास्थ्य आवास और पेट्रोलियम से जुड़ी परियोजनाएं हैं। इनसे असम में विकास की गति और तेज होगी। मैं असम के सभी लोगों को इसके लिए बधाई देता हूं। यहां आने से पहले मुझे काजीरंगा नेशनल पार्क की विशालता, उसकी प्राकृतिक सुंदरता को करीब से देखने और जानने का अवसर भी मिला। काजीरंगा अपनी तरह का अनूठा नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व है। इसकी जैव विविधता, इसका पारिस्थितिकी तंत्र, हर किसी को आकर्षित करता है। काज़ीरंगा को UNESCO की विश्व विरासत स्थल होने का गौरव भी प्राप्त है। विश्व में जितने सिंगल हॉर्न वाले राइनो हैं, उनमें से 70 प्रतिशत हमारे काज़ीरंगा में ही रहते हैं। यहां के प्राकृतिक वातावरण में टाइगर, पैंथर, हाथी और बेअर को देखने का अनुभव भी अलग है। आज मुझे वीर लसित बोरफुकन की विशाल और भव्य प्रतिमा के अनावरण का भी सौभाग्य मिला है। लसित बोरफुकन असम के शौर्य और पराक्रम के प्रतीक हैं। विरासत भी-विकास भी, हमारी डबल इंजन सरकार का मंत्र रहा है। विरासत के संरक्षण के साथ ही असम की डबल इंजन सरकार यहां के विकास के लिए भी उतनी ही तेजी से काम कर रही है। इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य और ऊर्जा के क्षेत्र में असम ने अभूतपूर्व तेज गति दिखाई है। आज असम के मेरे साढ़े 5 लाख परिवारों का अपनें पक्के मकान का सपना पूरा हुआ है। एक राज्य में साढ़े 5 लाख अपनी पसंद के, अपनी मालिकी के पक्के घर में जा रहे हैं...कांग्रेस की सरकारों के समय लोग एक-एक घर के लिए तरसते थे वहीं हमारी सरकार 1-1 दिन में साढ़े 5 लाख घर दे रही है....मुझे खुशी है कि पीएम आवास योजना के तहत दिए गए ज्यादातर घर महिलाओं के नाम रजिस्टर्ड किए गए हैं। अब घर की मालकिन मेरी माताएं-बहनें बनी हैं। भाजपा सरकार देश में 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने के अभियान पर भी काम कर रही है। इस अभियान के तहत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को और सशक्त किया जा रहा है, उन्हें नए अवसर उपलब्ध कराएं जा रहे हैं। 2014 के बाद असम में कई ऐतिहासिक परिवर्तनों की नींव रखी गई। असम में भूमिहीन 2.50 लाख मूल निवासियों को जमीन के अधिकार दिए गए। आजादी के बाद 7 दशकों तक चाय बागान में काम करने वाले मजदूरों को बैंकिंग सिस्टम से नहीं जोड़ा गया था। हमारी सरकार ने ऐसे करीब 8 लाख वर्कर्स को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ना शुरू किया। जिसका मतलब है कि उन वर्कर्स को सरकारी योजनाओं की मदद भी पहुंचने लगी है। मोदी को गाली देने वाली कांग्रेस और उसके दोस्तों ने आजकल कहना शुरू किया है कि मोदी का परिवार नहीं है। उनकी गाली के जवाब में पूरा देश खड़ा हो गया है, पूरा देश कह रहा है - मैं हूं मोदी का परिवार। देश का ये प्यार मोदी को इसलिए मिलता है क्योंकि मोदी ने 140 करोड़ देशवासियों को सिर्फ अपना परिवार ही नहीं माना, बल्कि उनकी दिनरात सेवा भी कर रहा है।"