क्या लकड़बग्घा वास्तव में हंसता है ?

‘दीदी, मेरा एक दोस्त बता रहा था कि हायना यानी लकड़बग्घा हंसता है। कोई पशु कैसे हंस सकता है? मेरी तो बात समझ में नहीं आयी। क्या लकड़बग्घा वास्तव में हंसता है?’
‘हंसना विशिष्ट मानव गुण है। लेकिन एक प्रकार का लकड़बग्घा है, जिसे लाफिंग हायना कहते हैं। यह लकड़बग्घा परिवार का आकार में सबसे बड़ा सदस्य है और इसके शरीर पर स्पॉट्स होते हैं।’
‘तो लाफिंग हायना हंसता है?’
‘जब यह लकड़बग्घा शिकार के लिए निकलता है या किसी चीज से उत्तेजित हो जाता है तो यह एक प्रकार की भयानक गरजना और झरझर कुड़कुड़ाहट करता है जोकि हंसी सी प्रतीत होती है।’
‘तो वह हंसता है?’
‘नहीं। जिस तरह से इंसान हंसते हैं,वह उस तरह की ‘हंसी’ नहीं होती है बल्कि मात्र गला फाड़कर शोर मचाना होता है, जो हमें ऐसा लगता है जैसे वह हंस रहा हो।’
‘आपने कहा कि वह आकार में बहुत बड़ा होता है ...।’
‘हां। यह बहुत डरावना पशु है, जिसकी कंधे तक ऊंचाई एक मीटर और लम्बाई लगभग 1.85 मीटर होती है। यह 80 किलो तक का हो जाता है। दिलचस्प यह है आकार में मादा नर से बड़ी होती है।’
‘और यह शिकार कब करता है?’
‘दिन में यह किसी बिल में या गुफा में सोता है और जब अंधेरा हो जाता है तो यह फूड की तलाश में निकलता है। लकड़बग्घे अक्सर अकेले ही शिकार करते हैं, लेकिन अगर शेर या कोई अन्य जानवर अपना मारा हुआ शिकार छोड़ जाये तो वह झुण्ड में एकत्र हो जाते हैं। उनकी सूंघने की गजब की क्षमता उन्हें शिकार तक ले जाती है और वह शिकार का कुछ भी शेष नहीं छोड़ते हैं।’
‘शायद इसलिए ही लकड़बग्घा को जंगल का सफाई कर्मचारी कहते हैं।’
‘हां। लेकिन लकड़बग्घा आमतौर से बहुत बुजदिल व डरपोक जानवर है जो दूसरे का मारा व छोड़ा हुआ शिकार खाना पसंद करता है। लेकिन वह कैम्पों और गांवों के पास भी घूमता रहता है और खुले में सो रहे लोगों पर हमला भी कर देता है। वह अक्सर भेड़ों या हिरनों के झुण्ड का पीछा करता है और मौका देखकर बीमार या लंगड़े या बहुत छोटे या बहुत बूढ़े जानवर पर हमला करता है।’
‘क्या लाफिंग हायना भारत में भी पाया जाता है?’
‘नहीं। अफ्रीका में इथियोपिया से केप ऑफ गुड होप तक मिलता है।’

-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर