कांग्रेस ने देश में SC, ST और OBC को दूसरे दर्जे का नागरिक माना- पीएम मोदी
हिसार (हरियाणा), 14 अप्रैल - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "कांग्रेस ने देश में SC, ST और OBC को दूसरे दर्जे का नागरिक माना। जबकि कांग्रेस के नेता स्विमिंग पूल जैसी सुख-सुविधाओं का आनंद लेते थे, गांवों में हर 100 घरों में से केवल 16 घरों में ही पाइप से पानी की सुविधा थी और सबसे ज़्यादा प्रभावित SC, ST और OBC थे। आज जो गली-गली में जाकर भाषण झाड़ रहे हैं वे कम से कम हमारे SC, ST और OBC भाइयों के घर तक पानी तो पहुंचा देते।
हमारी सरकार ने 6-7 साल में 12 करोड़ से ज्यादा ग्रामीण घरों में नल कनेक्शन दिए हैं। आज गांव के 80 प्रतिशत घरों में नल से जल आता है। बाबा साहेब का आशीर्वाद है, हम हर घर तक नल से जल पहुंचाएंगे। शौचालय के अभाव में भी सबसे बुरी स्थित SC, ST, OBC समाज की ही थी। हमारी सरकार ने 11 करोड़ से ज्यादा शौचालय बनवाकर वंचितों को गरिमा का जीवन दिया। कांग्रेस ने हमारे पवित्र संविधान को सत्ता हासिल करने का एक हथियार बना दिया। जब-जब कांग्रेस को सत्ता का संकट दिखा उन्होंने संविधान को कुचल दिया। कांग्रेस ने आपातकाल में संविधान की स्पिरिट को कुचला, ताकि जैसे तैसे सत्ता बनी रहे।
कांग्रेस ने बाबा साहेब अंबेडकर ने जो सपना देखा था, सामाजिक न्याय के लिए संविधान में जो व्यवस्था की थी। उसको भी छुरा घोंपकर उस संविधान के प्रावधान को तुष्टिकरण का माध्यम बना दिया। कर्नाटक सरकार ने एससी, एसटी और ओबीसी के अधिकार छीन लिए और धर्म के आधार पर आरक्षण दे दिया। लेकिन बाबा साहब अंबेडकर ने साफ कहा था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जाएगा।
कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति ने मुस्लिम समुदाय को कोई फायदा नहीं पहुंचाया, बल्कि उन्हें नुकसान ही पहुंचाया। कांग्रेस ने सिर्फ कुछ कट्टरपंथियों को खुश करने का विकल्प चुना। बाकी समाज बेहाल रहा, अशिक्षित रहा, गरीब रहा। कांग्रेस की इस कुनीति का सबसे बड़ा प्रमाण वक्फ कानून है। वक्फ के नाम पर लाखों हेक्टेयर जमीन है। अगर वक्फ संपत्तियों का लाभ जरूरतमंदों को दिया जाता तो उन्हें फायदा होता। लेकिन इन संपत्तियों का फायदा भू-माफियाओं को मिला...इस संशोधित वक्फ कानून से गरीबों की लूट बंद होगी। अब नए वक्फ कानून के तहत किसी भी आदिवासी की जमीन को हिंदुस्तान के किसी भी कोने में उसकी संपत्ति को ये वक्फ बोर्ड हाथ भी नहीं लगा पाएगा। नए प्रावधानों से वक्फ की पवित्र भावना का सम्मान होगा। मुस्लिम समाज के गरीब और पसमांदा परिवारों, महिलाओं, खासकर मुस्लिम विधवाओं को, बच्चों को उनका हक भी मिलेगा और उनका हक सुरक्षित भी रहेगा। यही असली सामाजिक न्याय है।