भारतीय नागरिक निमिषा प्रिया को अगले सप्ताह दी जाएगी फांसी
नई दिल्ली, 8 जुलाई - यमन के एक नागरिक की हत्या के लिए मौत की सजा का सामना कर रही भारतीय नागरिक निमिषा प्रिया को अगले सप्ताह 16 जुलाई को फांसी दी जाएगी। प्रिया यूएई में नर्स के तौर पर काम करती थी और केरल की रहने वाली है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि मंत्रालय मामले पर करीबी नजर रख रहा है। सूत्रों ने बताया, "हम स्थानीय अधिकारियों और उसके परिवार के सदस्यों के साथ लगातार संपर्क में हैं और हर संभव सहायता प्रदान की है। हम मामले पर कड़ी नजर रख रहे हैं।" केरल के पलक्कड़ के कोलेनगोडे शहर की रहने वाली प्रिया को पिछले साल 30 दिसंबर को यमन के राष्ट्रपति ने मौत की सजा सुनाई थी। प्रिया विवाहित हैं और एक बेटी की मां हैं।
वह 2011 में यमन चली गई थी। यहीं उसकी मुलाकात यमन के नागरिक तलाल अब्दो मेहदी से हुई। प्रिया के पति और नाबालिग बेटी वित्तीय कारणों से 2014 में भारत लौट आए। उसी साल यमन गृहयुद्ध की चपेट में आ गया था, जिसके कारण पिता और बेटी वापस नहीं आ सके, क्योंकि यमन ने नए वीजा जारी करना बंद कर दिया था। बाद में मेहदी ने प्रिया को यमन की राजधानी सना में एक क्लिनिक स्थापित करने में मदद की। यमन के कानून के अनुसार, विदेशी लोग देश में अपना व्यवसाय तभी शुरू कर सकते हैं, जब उनके पास कोई स्थानीय भागीदार हो।
प्रिया को 2017 में मेहदी की हत्या का दोषी पाया गया था। हालांकि, प्रिया ने दावा किया कि यह सब आत्मरक्षा में किया गया था। अपने बचाव में, प्रिया ने आरोप लगाया कि मेहदी उसे पैसे के लिए परेशान कर रहा था और उसका पासपोर्ट भी जब्त कर लिया था। उसने आरोप लगाया कि मेहदी ने उसके दस्तावेजों में जालसाजी की और उसका पति होने का दावा किया। यमन की एक निचली अदालत ने 2018 में उसे मौत की सजा सुनाई। यमनी कानून के अनुसार, मौत की सजा को तभी पलटा जा सकता है जब पीड़ित का परिवार 'ब्लड मनी' के बदले में आरोपी को माफ करने के लिए सहमत हो।