राजस्थान सहित मध्य और पूर्वी भारत में दो-तीन दिन बारिश का अलर्ट
नई दिल्ली, 16 जुलाई - जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश पश्चिमी हिमालयी राज्यों से लेकर देश के मैदानी इलाकों में बारिश, बाढ़ और भूस्खलन का कहर जारी है। मूसलाधार बारिश से नदियां उफान पर हैं। अलग-अलग हिस्सों में गांव, घर और खेत जलमग्न हैं। भूस्खलन के चलते, विशेषरूप से पहाड़ी राज्यों में मलबा आने से सैकड़ों सड़कों पर यातायात ठप है। फिलहाल मानसूनी बारिश से राहत भी मिलने वाली नहीं है, क्योंकि राजस्थान, समेत मध्य और पूर्वी भारत में अगले दो से तीन दिन भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की गई है।
बीते 24 घंटे में इन इन राज्यों में हुई बारिश
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि मंगलवार सुबह 8:30 बजे तक बीते 24 घंटे के दौरान देश के लगभग हर हिस्से में बारिश हुई है। पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, केरल, तटीय कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, कोंकण, मध्य महाराष्ट्र, असम में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा (7-20 सेमी) दर्ज की गई है। तमिलनाडु, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात क्षेत्र, पंजाब, गोवा, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम में अलग-अलग स्थानों पर भी 7-11 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
हिमाचल में आज और कल यलो अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में बुधवार और बृहस्पतिवार को भी बारिश का यलो अलर्ट जारी हुआ है। 20 जुलाई तक मौसम खराब बना रह सकता है। मंगलवार शाम तक प्रदेश में 199 सड़कें, 68 बिजली ट्रांसफार्मर और 171 जल आपूर्ति योजनाएं ठप रहीं। आपदा की मार झेल रहा जिला मंडी सबसे अधिक प्रभावित है। चंबा के 50 गांवों में बिजली सप्लाई बंद हो गई है। कुल्लू में भूस्खलन से 35 सड़कें बंद होने से आवाजाही ठप है। मंगलवार को राजधानी शिमला में दोपहर बाद हल्की बारिश हुई। कांगड़ा में बादल छाए रहे। मैदानी जिलों में उमस भरी गर्मी से लोगों के खूब पसीने छूट रहे हैं।
राजस्थान के कई इलाकों में अगले दो से तीन दिन भारी बारिश की संभावना
राजस्थान के विभिन्न जिलों में मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। सबसे अधिक 183.0 मिमी बारिश भीलवाड़ा के बिजोलिया में दर्ज की गई है। उत्तर पश्चिम रेलवे के पाली मारवाड़-बोमाडाडा रेलवे खंड पर पटरियों पर जलभराव के कारण साबरमती-जोधपुर एक्सप्रेस ट्रेन रद्द करनी पड़ी है। अगले दो से तीन दिन कोटा, अजमेर और जोधपुर मंडलों में अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना जताई गई है।