पंडोह कैंची मोड़ के पास 100 मीटर एनएच ध्वस्त, 500 से अधिक यात्री फंसे
पधर, 28 अगस्त (कृष्ण भोज)- मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर वह आशंका आखिरकार सच हो गई जिसका डर पिछले कई दिनों से जताया जा रहा था। पंडोह डैम से आगे कैंची मोड़ के पास करीब 110 मीटर लंबा सड़क का हिस्सा धंस गया है। धंसान इतना गहरा है कि कैंची मोड़ से सीधा दूसरी कैंची की सड़क तक गड्ढा बन गया है। इससे कुल्लू और लाहौल का संपर्क पूरी तरह से टूट गया है।
जानकारी के अनुसार बुधवार देर रात लगातार हो रही भारी बारिश के चलते यह हादसा हुआ। घटना के समय मार्ग पर आवाजाही जारी थी, जिसके चलते कई बसें और गाड़ियां बीच रास्ते में ही फंस गईं। यात्रियों को सुरक्षित निकालने और उनके ठहरने–खाने का इंतजाम करना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।
प्रशासन के लिए कड़ी चुनौती
मार्ग अवरुद्ध होने से राष्ट्रीय राजमार्ग पर जगह-जगह वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। पंडोह और ड्योड के बीच फंसे यात्रियों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाना प्रशासन के सामने फिलहाल सबसे बड़ी चुनौती है। घटनास्थल पर प्रशासनिक टीम पहुंच चुकी है और हालात का जायजा ले रही है।
वैकल्पिक मार्ग भी खस्ताहाल
कुल्लू और लाहौल जाने के लिए कुल्लू–मंडी एनएच का बंद होना भारी संकट खड़ा कर रहा है। अब एकमात्र विकल्प कमांद–बजौरा मार्ग ही बचा है, लेकिन यह मार्ग भी खस्ताहाल स्थिति में है। यहां केवल छोटे वाहनों की आवाजाही हो पा रही है जबकि बड़े वाहनों के लिए यह बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। ऐसे में कुल्लू और लाहौल की ओर यातायात पूरी तरह चरमरा गया है और चुनौती और बढ़ गई है।
बहाली में लगेगा लंबा समय
विशेषज्ञों के अनुसार कैंची मोड़ पर सड़क का हिस्सा जिस तरह धंस गया है, वहां फिलहाल किसी भी प्रकार का डायवर्सन या वैकल्पिक सड़क निर्माण संभव नहीं है। ऐसे में सड़क बहाली में लंबा समय लग सकता है। जिला प्रशासन एनएचएआई के साथ कार्ययोजना बना रहा है।
जनजीवन पर गहरा असर
कुल्लू और लाहौल की ओर जाने वाले वाहनों के लिए यह मार्ग जीवनरेखा है। संपर्क टूटने से न केवल यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है बल्कि आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति पर भी गंभीर असर पड़ रहा है।
डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने जाम में फंसे यात्रियों से संयम बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यात्रियों के खाने पीने का प्रबंध किया जा रहा है।