हमारी पारंपरिक कलाएं समाज को सशक्त बना रही हैं - PM मोदी
नई दिल्ली, 28 दिसंबर - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की पारंपरिक कलाएं समाज को सशक्त बना रही हैं और लोगों की आर्थिक तरक्की का एक बड़ा ज़रिया बनकर उभर रही हैं। उन्होंने महिलाओं की अगुवाई वाली पहलों की भूमिका पर ज़ोर दिया और आंध्र प्रदेश और मणिपुर से प्रेरणा देने वाले उदाहरण दिए। अपने महीने के रेडियो प्रोग्राम 'मन की बात' के 129वें एपिसोड में प्रधानमंत्री ने कहा कि वह उन लोगों, खासकर महिलाओं की कहानियां शेयर करना चाहते हैं, जिन्होंने इन कोशिशों से रोज़गार पैदा करते हुए संस्कृति और कला को बढ़ावा देने में आगे बढ़कर काम किया है।
हमारी पारंपरिक कलाएं समाज को मज़बूत बना रही हैं और लोगों की आर्थिक तरक्की का एक बड़ा ज़रिया बन रही हैं। आंध्र प्रदेश के नरसापुरम ज़िले की लेस की कारीगरी पूरे देश में पॉपुलर हो रही है। यह लेस की कारीगरी पीढ़ियों से महिलाओं के हाथों में रही है। देश की महिलाओं ने इसे बहुत सब्र और सावधानी से संभाला है।
मणिपुर के चुराचांदपुर की मार्गरेट रामथसिम की भी ऐसी ही कोशिशें हैं। उन्होंने मणिपुर के पारंपरिक प्रोडक्ट्स, हैंडीक्राफ्ट्स और बांस और लकड़ी से बनी चीज़ों को एक आकार दिया है। इसी सोच की वजह से, एक हैंडीक्राफ्ट आर्टिस्ट से, वह लोगों की ज़िंदगी बदलने का ज़रिया बन गईं। आज, मार्गरेट की यूनिट में 50 से ज़्यादा आर्टिस्ट काम करते हैं, और अपनी कड़ी मेहनत से, उन्होंने दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में अपने प्रोडक्ट्स के लिए मार्केट बनाया है।

