देशभर में नये साल के स्वागत की तैयारियां शुरू

देशभर में साल 2025 को अलविदा कहकर नए साल 2026 का गर्मजोशी के साथ स्वागत की तैयारियां की जा रही है। नए साल की पूर्व संध्या देशभर में रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन होने वाला है। इन आयोजनों में लोग जोश और उत्साह के नए साल का स्वागत करेंगे। घर पर रहकर नए साल का आनंद लेने वाले लोगों के लिए टीवी चैनलों ने मनोरंजन का खासा इंतज़ाम किया है। कलाकारों के गीत संगीत और नृत्य के रंगारंग कार्यक्रमों से महफिले सजाई गई है जिनका आनंद लोग 31 दिसम्बर को उठाएंगे। 
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक देशभर में नए साल के स्वागत को लेकर जबरदस्त उत्साह है। नए साल का जश्न अब हर साल बदलते दौर का रिवाज बनता जा रहा है। पहले जहां लोग अपने शहरों में ही सीमित दायरे में नया साल मनाते थे, वहीं अब ट्रैवल और टूरिज्म नए साल के उत्सव का अहम हिस्सा बन चुका है। होटल बुकिंग, ट्रैवल प्लान, पार्टी पैकेज व विंटर कार्निवल की गहमागहमी ने पर्यटन स्थलों को जीवंत कर दिया है। महानगरों से लेकर पहाड़ी इलाकों तक, हर जगह जश्न का माहौल है। खासतौर पर ठंडे राज्यों की ओर पर्यटकों का रुझान इस बार कुछ ज्यादा ही नज़र आ रहा है। इस दौरान पुलिस ने भी कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए खासा व्यवस्था की है। शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाएगा। शराब पीकर वाहन चलाने वालों, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वालों, सार्वजनिक स्थानों पर अराजकता फैलाने वालों, अनधिकृत शराब बेचने वालों और ड्रग्स बेचने और सेवन करने वालों के खिलाफ देशभर में पुलिस सख्त कार्रवाई करने के लिए तैयार है। 
राजस्थान में नये साल का स्वागत दारू से नहीं दूध से करने का अनूठा अभियान जोर पकड़ता जा रहा है। प्रदेश में कई सेवाभावी संस्थाएं पिछले अनेक वर्षों से नववर्ष का अभिनंदन आम नागरिकों को दूध पिलाकर कर रही है। गौरतलब है कि इंडियन अस्थमा केयर सोसायटी ने 23 साल पहले राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर के मुख्य द्वार पर 500 लीटर दूध से इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी। संस्था का यह कार्यक्रम आज भी जारी है। प्रदेश की राजधानी से लेकर दूर दराज के स्थानों पर लोग शराब की बुराइयों से लोगों को दूर रहने का न केवल आह्वान कर रहे है अपितु नए साल पर दूध से स्वागत कर रहे है। नर्व वर्ष की पूर्व संध्या पर 31 दिसम्बर को एक बार फिर नववर्ष की शुरुआत दारू नहीं दूध के साथ महाभियान के अंतर्गत सैंकड़ों स्थानों पर गुनगुना दूध पिलाया जाएगा। दूध स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है और शराब स्वास्थ्य के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक है का संदेश जन जन तक पहुंचाया जा रहा है। इसे जन आंदोलन का रूप भी दिया जा रहा है। यातायात पुलिस ने भी अनेक ज़िलों में पोस्टर और सोशल मीडिया के माध्यम से  लोगों से अपील की है कि नववर्ष पर यह संकल्प लें कि इस नए साल में एक अच्छी शुरुआत के साथ करेंगे।
सम्पूर्ण देश इस समय सर्दी की चपेट में है। उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिससे लोग थरथर कांप रहे हैं। सर्दी की बीमारियां भी घर-घर में फेल रही है। ऐसे में गर्म दूध का सेवन लोगों को राहत पहुंचा सकता है। दूध हर उम्र के लोगों के लिए अमृत समान है। दूध स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक और संपूर्ण आहार है। गर्म दूध के सेवन से कई फायदे मिलेंगे। दूध को गर्म करने से इसमें मौजूद पौष्टिक तत्व कई गुना बढ़ जाते हैं। आयुर्वेद में गर्म दूध के अनेक फायदे बताये गए है। विशेषकर सर्द मौसम में गर्म दूध का सेवन करना सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। एक स्टडी के मुताबिक हर रोज एक गिलास गर्म दूध पीने से स्वास्थ्य बेहतर रहता है। दूध में लौंग अथवा हल्दी को मिलाकर पीने से कई लाभ हो सकते हैं। एक स्टडी रिपोर्ट के मुताबिक दूध और लौंग कई सारे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार हल्दी मिला दूध अपने एंटी बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुणों के कारण बैक्टीरिया को पनपने नहीं देता। साथ ही शरीर के दर्द में आराम देता है। हाथ पैर व शरीर के अन्य भागों में दर्द की शिकायत होने पर रात को सोने से पहले हल्दी वाले दूध का सेवन करें। अच्छी नींद, वजन कम, सर्दी-खांसी दूर एब्लड सर्कुलेशन आदि का कार्य भी करता है। लौंग वाले दूध के लिए बताया जाता है यह गले के लिए फायदेमंद, शरीर में एनर्जी एकब्ज की समस्या से राहत, मुंह की बदबू दूर करने में सहायक और दांतों के दर्द से राहत का काम करेगा।

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