मजदूरों का कर्ज़ भी माफ होगा : कैप्टन

मानसा, 7 जनवरी : पंजाब की कैप्टन सरकार द्वारा किसानों के सिर चढ़े कर्ज़ को माफ करने की शुरुआत आज कर दी गई। मानसा की नई अनाज मंडी में राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पहले चरण में मालवा क्षेत्र के 5 ज़िलों के किसानों के सिर चढ़े सहकारी सभाओं के कृषि कज़र् माफ करने के प्रमाण-पत्र बांटने के पश्चात् सम्बोधित करते हुए जहां किसानों के सिर चढ़े कज़र् को 4 पड़ावों के तहत माफ करने की बात की, वहीं मज़दूरों के सिर चढ़े कज़र् भी माफ करने व बेरोज़गार नौजवानों को अगले माह में पहल के आधार पर रोज़गार देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने मानसा, बठिंडा, फरीदकोट, मुक्तसर व मोगा ज़िलों के 10 किसानों को सांकेतिक तौर पर माफी वाले प्रमाण-पत्र देते हुए बताया कि पहले चरण में उपरोक्त ज़िलों की 701 खेतीबाड़ी सहकारी सभाओं से जुड़े 47000 किसानों का 170 करोड़ रुपए का कज़र् माफ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकों में किसानों के खातों में यह राशि आगामी दिनों में जमा हो जाएगी। भारी जनसमूह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनावों मौके किसानों से जो कज़र् माफ करने का वादा किया गया था, को निभाने की कोशिश की जा रही है। भाषण दौरान उन्होंने माना कि चुनावों के समय उनको राज्य की आर्थिक स्थिति बारे जानकारी नहीं थी, सरकार बनने पर पता चला कि अकाली-भाजपा सरकार ने पंजाब का तिनका-तिनका कज़र्ाई कर रखा है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अढ़ाई एकड़ की सूची में जो किसान रह गए हैं, उनका कज़र् दूसरी सूची में माफ कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि पंजाब के 17 लाख किसानों के सिर 10 हज़ार 25 करोड़ का कज़र् है, जो सरकार द्वारा 4 पड़ावों में माफ किया जायेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी योग्य व गरीब किसान को वंचित नहीं रहने दिया जायेगा व अमीर किसानों को इस योजना में शामिल नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका ध्यान गरीब किसानों को कज़र् से मुक्त करने का है व इस संबंधी आई कठिनाई संबंधी ज़िलाधीशों से तालमेल कर सकते हैं। मज़दूरों का कज़र् भी माफ किया जायेगा : कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि राज्य के मज़दूरों की हालत भी दुर्बल है। खज़ाने की हालत सुधरने के पश्चात् मज़दूरों के सिर चढ़ा कज़र् भी माफ किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वादे के अनुसार ग्रामीण बेरोज़गार नौजवानों को आगामी महीनों दौरान नौकरी व रोज़गार मुहैया करवाने के  प्रयत्न किए जाएंगे। उन्होंने आंकड़ों सहित बताया कि पंजाब देश का पहला राज्य है जहां किसानों का 2 लाख रुपए तक का कज़र् माफ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भाजपा नेतृत्व वाले राज्यों महाराष्ट्र में डेढ़ लाख, उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश में 1 लाख, राजस्थान व कर्नाटक में 50-50 हज़ार रुपए तक ही कज़र् माफ किया गया है। मैं कहीं नहीं गया, यहां ही हूं.... : मुख्यमंत्री ने विरोधियों द्वारा किए जा रहे यह प्रचार कि वह किसी को नहीं मिलते व गुप्तवास ही रहते हैं, पर टिप्पणी करते कहा कि वह कहीं नहीं गए, यहां ही हैं। उन्होंने पंजाब के लोगों को अपील की कि किसी भी बड़ी मुश्किल जो हल न हो रही हो, संबंधी वह अपने क्षेत्रीय विधायक या किसी नेता को लेकर जब मज़र्ी, मुझे चंडीगढ़ आकर मिल सकते हैं। उनके दरवाज़े राज्य के लोगों के लिए हमेशा खुले हैं। 16 हज़ार किलोमीटर ग्रामीण सम्पर्क सड़कों का पुन: निर्माण करने की शुरुआत : इसी दौरान मुख्यमंत्री कैपटन अमरेन्द्र सिंह ने राज्य की 16 हज़ार किलोमीटर ग्रामीण सम्पर्क सड़कों की मुरम्मत करने की योजना बटन दबा कर की। उन्होंने बताया कि पंजाब मंडी बोर्ड द्वारा इन संपर्क सडकों पर 2 हज़ार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मुरम्मत का कार्य 1 वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा। कैप्टन ने दोष लगाया कि अकाली-भाजपा सरकार ने गत 10 वर्षों में 1 इंच ग्रामीण सड़क नहीं बनाई थी व न ही मुरम्मत की गई थी। शिरोमणि अकाली दल व ‘आप’ की कड़ी आलोचना : कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने शिरोमणि अकाली दल के साथ ही आम आदमी पार्टी व कुछ किसान संगठनों द्वारा राज्य सरकार के अच्छे कार्यों में बाधा खड़ी करने की कड़े शब्दों में आलोचना की। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को तो बस शोर मचाने की आदत पड़ गई है जबकि अकाली दल ने गत 10 वर्षों के शासनकाल दौरान पंजाब का बहुत बड़ा नुक्सान किया है, जिसको पूरा करने के लिए समय लगेगा।कैप्टन वादे पूरे करने वाली राजनीति करते हैं, जुमलेबाजी वाली नहीं : पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष व सांसद सुनील कुमार जाखड़ ने समारोह को सम्बोधित करते हुए अकाली-भाजपा गठबंधन की कड़ी आलोचना की वहीं मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह पंजाब के पानी के रक्षक, जुबान के पक्के कह कर सराहना की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर व्यंग करते हुए कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह वादे पूरे करने की राजनीति करते हैं, जुमलेबाज़ी वाली नहीं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने का वादा कर भूल चुकी है व किसानों के कज़र् माफ करने की ओर उन्होंने कोई रुचि नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि गत समय दौरान पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने किसानों का 90 हज़ार करोड़ का कज़र् माफ किया था।  जाखड़ ने कहा कि गत समय दौरान कैप्टन अमरेन्द्र सिंह 46 हज़ार करोड़ का कज़र् छोड़ गए थे जबकि 10 वर्षों दौरान बादल सरकार ने पंजाब के सिर 2 लाख 25 हज़ार करोड़ कज़र् चढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि कैप्टन ने 2 लाख तक किसानों का कज़र् माफ कर पुण्य कमाया है। उन्होंने कहा कि बादल शासनकाल के 10 वर्ष व कैप्टन के 10 माह बराबर हैं। समारोह को ग्रामीण विकास व पंचायत मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, पूर्व विधायक अजीतइंदर सिंह मोफर ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह, साधू सिंह धर्मसोत, अरुणा चौधरी, पंजाब विधानसभा के डिप्टी स्पीकर अजैब सिंह भट्टी, मंडी बोर्ड पंजाब के चेयरमैन लाल सिंह, अखिल भारतीय यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहाकार रवीन ठुकराल, पूर्व मंत्री चिरंजी लाल, हरमंदर सिंह जस्सी, दर्शन सिंह बराड़, विधायक गुरप्रीत सिंह कांगड़, गुरदेव सिंह लापरां, अमरजीत सिंह टिक्का, चेयरमैन गुरमीत सिंह मुकंदपुरी, अमोलक रतन सिंह, ज़िला कांग्रेस मानसा के अध्यक्ष बिक्रम सिंह मोफर, खुशबाज सिंह जटाणा, मनजीत सिंह झलबूटी, कांग्रेसी नेता डॉ. मंजू बाला बांसल, गुरप्र्रीत कौर गागोवाल, रणजीत कौर भट्टी, बलविंदर नारंग, प्रितपाल सिंह डाली, बब्बलजीत सिंह खयाला, राम सिंह सरदूलगढ़, जीवन दास बावा, बीरइंदर सिंह धालीवाल, प्रवीन कुमार टोनी आदि हाज़िर थे।