क्षेत्रीय फिल्मों से काफी ‘प्रभावित’ हैं शेखर कपूर 

मुंबई, 15 अप्रैल (भाषा): मशहूर निर्देशक शेखर कपूर का कहना है कि वह क्षेत्रीय सिनेमा से अत्यधिक प्रभावित हैं। फिल्मकार इस साल राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की फीचर फिल्म जूरी के प्रमुख थे। शेखर ने मीडिया से हिंदी फिल्मों के अलावा अन्य भाषाओं की फिल्मों को भी बढ़ावा देने की अपील भी की। शुक्रवार को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा करते समय शेखर ने कहा था कि वह क्षेत्रीय सिनेमा से काफी प्रभावित हुए हैं विशेषकर मलयालम से और ‘‘भयानकम’’, ‘‘टेक ऑफ’’ और ‘‘थोंदिमुथालुम द्रिक्सक्षियम ’’ जैसी फिल्मों ने उन्हें हतप्रभ कर दिया..। 72 वर्षीय निर्देशक ने ट््वीट किया, ‘‘राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2018 की अध्यक्षता करना आंखे खोल देने वाला अनुभव रहा। क्षेत्रीय सिनेमा की गुणवत्ता ने मुझे हतप्रभ कर दिया।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘ये विश्वस्तरीय हैं और अब समय आ गया है कि क्षेत्रीय सिनेमा का टैग हटा दिया जाए। हिंदी सिनेमा अन्य भाषाओं में दिखने वाली गुणवत्ता के बिना कभी पूरा नहीं हो सकता।’’ कपूर ने कहा कि मुख्यधारा के मीडिया को क्षेत्रीय फिल्मों पर और अधिक ध्यान देना चाहिए, जो दर्शकों तक पहुंच नहीं पाती।  ‘बैंडिट क्वीन’ के निर्देशक ने बेस्ट फीचर फल्मि चुनी गई असमिया भाषा की ‘विलेज रॉकस्टार्स’ की सराहना करते हुए कहा ‘‘ मुझे नहीं पता था कि यह फिल्म ‘कान फिल्म उत्सव’ में भी दिखाई गई थी।’’