सिख राज की पहली राजधानी में बनेगा विशाल किला : सुखबीर

कुरुक्षेत्र/लौहगढ़ साहिब, 27 मई (जसबीर दुग्गल): सिख राज की पहली राजधानी किला लौहगढ़ में भव्य एवं विशाल किला बनाया जाएगा। यह घोषणा शिरोमणि अकाली दल के राष्ट्रीय प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने की। उन्होंने कहा कि यह किला बनाने के लिए सर्वश्रेष्ठ आर्किटैक का चयन किया जाएगा। इस किले को भव्य देने के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर एवं दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी द्वारा संयुक्त रूप से काम किया जाएगा। वे बाबा बंदा सिंह बहादुर द्वारा स्थापित सिख राज की पहली राजधानी किला लौहगढ़ के स्थापना दिवस को समर्पित महान गुरमत समागम में बोल रहे थे। इससे पहले गुरु चरणों में अरदास के साथ समागम शुरु हुआ। समागम में विशेष रूप से सांसद प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, राज्यसभा सांसद बलविंदर सिंह भूदंड, दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी के प्रधान मनजीत सिंह जीके, महासचिव मनजिंदर सिंह सिरसा, बाबा बलबीर सिंह, बाबा अवतार सिंह भी पहुंचे। बता दें कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर द्वारा करवाए गए इस महान गुरमत समागम में हरियाणा भर से हजारोें संगत ने शिरकत की। भारी संख्या में उमड़ी संगत को देख कर गद्गद नजर आए पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि देश की आजादी में 85 प्रतिशत सिख कौम ने कुर्बानियां दी है, लेकिन फिर भी स्वतंत्र देश की सरकारें सिख कौम की उपेक्षा करती आ रही हैं। इससे पहले शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल, वरिष्ठ उपप्रधान रघुजीत सिंह विर्क, बाबा सुखा सिंह कार सेवा वाले, एसजीपीसी के पूर्व वरिष्ठ उपप्रधान बलदेव सिंह कैमपुर, अंतरिम कमेटी मैंबर बाबा गुरमीत सिंह तिलोकेवाला, मैंबर जत्थेदार हरभजन सिंह मसाना, जत्थेदार भूपिंदर सिंह असंध, बीबी मनजीत कौर गधौला, शिरोमणि अकाली दल हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष शरणजीत सिंह सौथा, शिअद महिला विंग की राष्ट्रीय कोर कमेटी सदस्या बीबी करतार कौर, वरिष्ठ अकाली नेता सुखदेव सिंह गोबिंदगढ़, सुखबीर सिंह मांडी, पंजाब स्टेट इंडस्ट्री डवैलपमैंट लि. के पूर्व चेयरमैन अमरजीत सिंह मंगी, धर्म प्रचार कमेटी मैंबर तजिंदरपाल सिंह ढिल्लो ने सुखबीर सिंह बादल को स्मृति चिह्न व सिरोपा भेंट कर उनका अभिनंदन किया। एसजीपीसी प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने कहा कि सिख कौम की नींव कुर्बानियों पर रखी गई थी। उन्होंने बाबा बंदा सिंह बहादुर के जीवन इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि खालसा वीरता का रूप है, जिसे गुरु साहिब ने अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए बनाया था। एसजीपीसी प्रधान ने हर साल किला लौहगढ़ में विशाल एवं भव्य समागम करने की घोषणा भी की। इस दौरान मंच संचालन सिख मिशन हरियाणा के प्रभारी मंगप्रीत सिंह व प्रचारक गुरपाल सिंह ने किया। कार्यक्रम बाबा बुढ्ढा दल के प्रमुख बाबा बलबीर सिंह, बाबा अवतार सिंह, धर्म प्रचार कमेटी सचिव बलविंदर सिंह जोड़ा, एसजीपीसी सैकेटरी अवतार सिंह, सहायक सचिव गुरविंदरर सिंह, गुरजोत सिंह निडर, हरकेश सिंह मोहड़ी, सुरेंद्रपाल सिंह रामगढ़िया, जरनैल सिंह बोढी, राजिंदर सिंह सोढ़ी सहित भारी संख्या शिअद नेता मौजूद रहे। समागम में श्री आनंदपुर साहिब के सांसद प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, राज्यसभा सदस्य बलविंदर सिंह भूदंड, दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी के प्रधान मनजीत सिंह जीके, महासचिव एवं विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा, पूर्व मंत्री सिकंदर सिंह मलूका सहित अन्य नेताओं ने भी संगत को संबोधित किया।एसजीपीसी के इन पदाधिकारियों ने संभाली व्यवस्था : सिख मिशन हरियाणा के प्रभारी मंगप्रीत सिंह, सब ऑफिस कुरुक्षेत्र इंचार्ज परमजीत सिंह दुनियामाजरा, एसजीपीसी सब ऑफिस के इंटरर्नल एडिटर बेअंत सिंह, ऐतिहासिक गुरुद्वारा पातशाही दसवीं नाडा साहिब पंचकूला के मैनेजर नरिंदर सिंह, गुरुद्वारा श्री पंजोखरा साहिब के मैनेजर सुखदेव सिंह, गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जींद के मैनेजर परमजीत सिंह, ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी के मैनेजर अमरिंदर सिंह, प्रताप सिंह सहित अन्य ने समागम के दौरान व्यवस्था संभाली।श्री दरबार साहिब अमृतसर से हजूरी रागी ने किया शब्द कीर्तन : महान गुरमत समागम में श्री दरबार साहिब अमृतसर के हजूरी रागी भाई औंकार सिंह ने शब्द कीर्तन किया। जत्थे ने संगत को गुरबाणी कीर्तन का रसपान करवाया।तख्त श्री केसगढ़ साहिब व गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब ने करवाई लंगर व्यवस्था : समागम के दौरान हजारों की संख्या में पहुंची संगत के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा लंगर व्यवस्था की गई थी। समागम में तख्त श्री केसगढ़ साहिब श्री आनंदपुर साहिब और ऐतिहासिक गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब पंजाब ने लंगर व्यवस्था संभाली।