गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह बाबा की दोनों महिला साथी अदालत में पेश


एस. ए. एस. नगर, 10 जुलाई (जसबीर सिंह जस्सी)-सैक्टर-43 चण्डीगढ़ बस स्टैंड नज़दीक मुठभेड़ के पश्चात गिरफ्तार गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह बाबा की गिरफ्तारी के पश्चात उसकी पूछताछ दौरान सामने आई दो महिला हरप्रीत कौर (42) निवासी नवां शहर तथा रुपिंद्र कौर रूबी (38) निवासी सैक्टर-38 चण्डीगढ़, जिनके पास दिलप्रीत अकसर आता-जाता रहता था, को गिरफ्तार करने पश्चात मोहाली के ड्यूटी मेजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जहां से उक्त महिलाओं को 5 दिन के रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस सूत्रों अनुसार उक्त महिलाएं आपस में सगी बहनें हैं। गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह बाबा जब जेल में था, उस समय एक सांझे मित्र द्वारा हरप्रीत कौर व्हाट्सअप द्वारा उसके सम्पर्क में आई थी। जेल से बाहर आने पश्चात वह हरप्रीत कौर को मिलने जाता था तो उस समय रुपिंद्र कौर रूबी अपनी बड़ी बहन के पास आई हुई थी। इस दौरान ही बाबा की मुलाकात रूबी के साथ भी हो गई और दोनों बहनों के साथ बाबा के अच्छे संबंध बन गए, जबकि दोनों बहनों को एक-दूसरे के घर रहने बारे जानकारी नहीं थी। हरप्रीत कौर के पति की 2009 में मौत हो जाने पश्चात वह अपने दो बच्चों के साथ रह रही थी और बुटीक चलाती थी, जबकि दिलप्रीत सिंह बाबा ने रुपिंद्र कौर रूबी के साथ लगभग 4 माह पहले रहना शुरू किया था और रूबी तलाकशुदा है एवं उसके भी दो बच्चे हैं, रूबी बीए पास है और कम्पयूटर नैटवर्किंग का बिज़नेस संभालती थी। गत् दिवस भी बाबा रूबी को मिलने के लिए आया था और पुलिस की गोली का शिकार होने के बाद पकड़ा गया। पूलिस सूत्रों अनुसार दोनों बहनों का पिता एजी कार्यालय में नौकरी करता था, जबकि उनका भाई सरकारी अध्यापक है। पुलिस अनुसार इस मामले में उक्त मुलज़िमों से 1 किलो हैरोइन, 12 बोर की पम्प राइफल, 30 बोर की पिस्टल, 40 कारतूस और ड्रग तोलने वाली मशीन बरामद हुई है। उक्त मुलज़िमों खिलाफ एनडीपीएस एक्ट, आम्ज़र् एक्ट, 212 और 216 तहत थाना स्टेट स्पैशल आप्रेशन सैल मोहाली में मामला दर्ज किया गया है।
मुल्लांपुर के दो व्यक्ति भी पूछताछ के लिए हिरासत में :सूत्रों से मिली जाकनारी अनुसार स्टेट स्पैशल आप्रेशन सैल की पुलिस द्वारा गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह बाबा के मामले में मुल्लांपुर के रहने वाले दो व्यक्तियों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। उक्त व्यक्तियों पर दोष है कि उन्होंने दिलप्रीत सिंह बाबे को उस समय पनाह दी थी, जब वह पंजाबी गायक परमीत वर्मा पर हमला कर साथियों सहित फरार हुआ था। दूसरी ओर, पुलिस का कोई भी अधिकारी उक्त व्यक्तियों को हिरासत में लिए जाने सबंधी पुष्टि नहीं कर रहा।