दिल्ली के कारोबारियों ने  : हौज़री, साईकिल व अन्य उद्योगपतियों की कमाई घटाई

लुधियाना, 8 अगस्त (पुनीत बावा): देश की राजधानी दिल्ली के कारोबारी पंजाब के हौज़री, साईकिल व साईकिल उत्पाद व अन्य विभिन्न उत्पादों का उत्पादन करने वाले उद्योगपतियों से सस्ता सामान लेकर जहां स्वयं महंगे भाव बेच कर मोटी कमाई कर रहे हैं, वहीं पंजाब के उद्योगपतियों की कमाई भी घटा रहे हैं। प्रत्येक वर्ष पंजाब के उद्योगपतियों को करोड़ों रुपये का चूना लग रहा है।प्राप्त जानकारी के अनुसार लुधियाना के उद्योगपति पैंटों, कमीज़ों, निक्कर, स्वैटर, हौज़री सामान, बच्चों के सूट, शाल, जैकेट, टी-शर्ट, टोपी, देश की लागत का 85 प्रतिशत साइकिल व साइकिल कलपुर्जे तैयार करते हैं। महानगर से देश के विभिन्न भागों के अलावा विदेशों में आटो पार्ट्स, मशीन टूल, ट्रैक्टर पार्ट्स, ब्वायलर, नट-बोल्ट सहित कई उत्पाद जाते हैं परन्तु लुधियाना के साथ देश के विभिन्न औद्योगिक शहरों अहमदाबाद, मुम्बई, त्रिपुर, कोलकाता, सूरत के साथ सीधा हवाई सम्पर्क नहीं है, जिस कारण इन शहरों का कारोबारियों के अलावा विदेशों से आने वाले व्यापारी लुधियाना में आने के लिए लगने वाले 5 से 6 घंटों के समय से डरते हुए, दिल्ली के कारोबारियों को आर्डर दे कर विभिन्न उत्पाद खरीद रहे हैं। दिल्ली के पास सिर्फ जीन्स पैंट का अपना उत्पादन है, जबकि शेष उत्पाद पंजाब से खरीद कर वह पूरे देश पर दुनिया की मार्किट पर कब्ज़ा करके बैठे हैं। हवाई सम्पर्क न होने के कारण जो लुधियाना में सूरत, अहमदाबाद से कपड़ा, त्रिपुरा से टी-शर्ट, कोलकाता से बच्चों के सूट, दिल्ली से जीनस, महाराष्ट्र के ईचरंगद से पैंट की जेब का कपड़ा आता है, वह लुधियाना से सीधा हवाई सम्पर्क न होने कारण महंगे भाव मिल रहा है। उद्योगपतियों की लागत में बढ़ौतरी हो रही है, जबकि कमाई दिन-प्रतिदिन घटती जा रही है। महानगर से जो मौजूदा समय में 800 से 1000 करोड़ रुपये के कपड़ा पर हौज़री के उत्पाद देश व विदेश में जा रहे हैं, यदि लुधियाना से हवाई सफर चालू हो जाए, तो यह सेल 2000 करोड़ रुपये महीने तक पहुंच सकती है। इसी तरह देश की 1 लाख 65 करोड़ रुपये की साईकिल व्यापार में भी पंजाब की कमाई में और बढ़ौतरी हो सकती है।