अयोध्या विवाद सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की अवधि घटाई

नई दिल्ली, 4 अक्तूबर (इंट) : सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने शुक्रवार को अयोध्या केस में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद ज़मीन विवाद के मामले की 37 वें दिन की सुनवाई करते हुए कहा कि 17 अक्तूबर तक इस मामले की सुनवाई पूरी होगी। उन्होंने अयोध्या के इस मामले से संबंधित ने सभी पक्षों से कहा कि 17 अक्तूबर तक बहस पूरी करें. पहले सुप्रीम कोर्ट ने इन सभी पक्षों को 18 अक्तूबर तक बहस पूरी करने के लिए कहा था. इस केस में 14 अक्तूबर को मुस्लिम पक्ष की ओर से राजीव धवन बहस जारी रखेंगे। बाकी सब पक्षकार 15-16 को दलीलें देंगे और 17 अक्तूबर को सुनवाई पूरी होगी। यानी अब सिर्फ चार दिन ही सुनवाई होनी है। अयोध्या मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में दूसरी सबसे बड़ी सुनवाई होगी। कोर्ट में 17 अक्तूबर तक कुल 41 दिन की सुनवाई होगी। इससे पहले मौलिक अधिकारों को लेकर केशवानंद भारती बनाम केरल केस में 13 जजों के पीठ ने पांच महीने में 68 दिन सुनवाई की थी। यह सुनवाई 31 अक्तूबर 1972 से शुरू होकर 23 मार्च 1973 तक चली थी। जबकि 2017 में आधार की अनिवार्यता के मामले की सुनवाई 38 दिन चली थी। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मामले की 37 दिन की सुनवाई पूरी हुई। अयोध्या केस में शुक्रवार को मुस्लिम पक्ष की ओर से राजीव धवन ने बहस की. उनसे जस्टिस चंद्रचूड़ ने पूछा कि क्या इस बात का कोई सबूत है कि बाबर ने भी मस्जिद को कोई इमदाद दी हो? धवन ने कहा कि उस दौर में इसका कोई सबूत हमारे पास नहीं है। सबूत मंदिर के दावेदारों के पास भी नहीं है, सिवाय कहानियों के।