ज़िला परिषद् व समिति चुनावों दौरान कई जगह झड़पें

जालन्धर, 19 सितम्बर (अ.स.) : ज़िला परिषद् तथा ब्लाक समिति के चुनावों दौरान अकाली तथा कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में कई स्थानों पर लड़ाई-झगड़े होने के समाचार सामने आए। मत डालने का काम सुबह 8 बजे शुरू होकर शाम 4 बजे तक चलता रहा। इन चुनावों के परिणाम 22 सितम्बर को आएंगे। अकाली दल द्वारा इन चुनावों में कांग्रेसियों द्वारा सरेआम धक्केशाही करने के आरोप लगाए गए। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने सत्ताधारी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुक्तसर में कई कांग्रेसी कार्यकर्ता तलवारों से लैस होकर आए तथा बूथ पर सरेआम कब्जा किया तथा इस सारे घटनाक्रम को पुलिस मूकदर्शक बनकर देखती रही। अकाली दल ने कई स्थानों पर जाली मत डालने के भी आरोप लगाए। बठिंडा में सिकंदर सिंह मलूका द्वारा कांगड़, भाई रूपा तथा सलाबतपुरा में कांग्रेसियों द्वारा बूथों पर कब्ज़े करने के आरोप लगाए गए। मलूका ने कांग्रेसी कार्यकर्ता विरुद्ध मामला दर्ज करवाने के लिए सड़क जाम करके प्रदर्शन किया। गिदड़बाहा के गांव गिलजेवाला में जब अकाली नेता बूथों पर कब्ज़े के समाचार बारे जायज़ा लेने आए तो कुछ कांग्रेसियों ने लाठियों से उन पर हमला किया तथा पत्थरबाज़ी भी की। कांग्रेसियों ने अकाली नेता तथा उसके भाई को बचा रही पुलिस पर भी पथराव किया। अमृतसर के ओठियां में भी कांग्रेसी कार्यकर्ता पूर्व सरपंच सविन्द्र सिंह दुल्ला तथा अकाली कार्यकर्ता कारज सिंह में मारपीट हुई। नाभा के गांव गलवट्टी में अकाली दल के इंचार्ज बाबू कबीर दास ने प्रशासन की धक्केशाही विरुद्ध प्रदर्शन करते हुए बूथ नम्बर 30 पर कब्जे के आरोप लगाए। उसने कहा कि बूथ पर कब्ज़ा करके जाली मत डाले गए। ज़िला फिरोज़पुर में गांव भंगाली, नौरंग के लेली, बस्ती अज़ीज़ वाली, ढींडसा आदि गांवों में कांग्रेसियों द्वारा बूथों पर कब्ज़े करके धक्के से मत डालने के मामले सामने आए। गांव ढींडसा में कांग्रेस से बागी होकर आज़ाद चुनाव लड़ रहे गुरजीत सिंह जीता मलिक की पत्नी बीबी मनप्रीत कौर के समर्थक जगसीर सिंह तथा करनवीर सिंह घायल हो गए। बस्ती अज़ीज़ वाली में कांग्रेसियों द्वारा बूथ नम्बर 97 पर कब्ज़े का समाचार है। उक्त कारणों के कारण बिगड़े हालात कारण कई स्थानों पर चले ईंट-पत्थरों में कांग्रेसियों की गाड़ियों तथा आम लोगों के वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। झोक हरिहर, बजीदपुर, ठेठर कलां आदि गांवों में अकालियों तथा कांग्रेसियों में तकरार होने के समाचार हैं। संगरूर के भवानीगढ़ क्षेत्र में गांव गांव पनवां, बालद कोठी तथा मुन्शीवाला में हुईं लड़ाइयों दौरान करीब आधा दर्जन लोगों के घायल होने तथा तीन लोगों को अस्पताल में दाखिल करवाने का समाचार है। अमृतसर के लोपोके क्षेत्र में गांव भीलोवाल पक्का अकालियों तथा कांग्रेसियों में हुई लड़ाई दौरान दोनों पक्षों के चार लोग घायल हुए। लुधियाना के थाना जमालपुर अधीन पड़ते क्षेत्र बुड्ढेवाल में आज दोपहर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा किए हमले में अकाली दल के उम्मीदवार बलविन्द्र सिंह, पोलिंग एजेंट तेजिन्द्र सिंह तथा उसका साथी मनजिन्द्रपाल सिंह घायल हो गए। गांव गिल में भी दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं में तकरार हुई। शहीद भगत सिंह नगर स्थित शहीद भगत सिंह मैमोरियल स्कूल में बूथ नं. 155 तथा 156 पर स्थिति तब तनावपूर्ण हो गई जब मत डालने आए मतदाताओं को पता लगा कि उनकी वोट काटी गई तथा उन्होंने गुस्से में आकर स्कूल के बाहर प्रशासन विरुद्ध नारेबाज़ी करते हुए धरना लगा दिया। खडूर साहिब के गांव अलादीनपुर तथा झंडेर में कांग्रेस तथा अकाली दल के कार्यकर्ताओं में खूनी झड़पें हुईं। इस दौरान सांसद जत्थेदार रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा के पी.ए. दमनजीत सिंह सहित दोनों पक्षों के 8 लोग घायल हो गए। कांग्रेस ज़िला अध्यक्ष पर 307 का पर्चा दर्ज : संगरूर ज़िले के चीमा मंडी के गांव झाड़ों में बूथ में दाखिल होने को लेकर कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं में जबरदस्त झड़प हुई। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने ‘आप’ के कार्यकर्ताओं पर पत्थरबाज़ी की। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने इस मौके हवा में गोलियां भी चलाईं। विधायक अमन अरोड़ा ने बताया कि आप द्वारा दिए धरने के बाद कांग्रेस के ज़िला अध्यक्ष रजिन्द्र सिंह राजा तथा कुछ अन्य लोगों विरुद्ध धारा 307 अधीन केस दर्ज कर लिया है, जिसके बाद धरना समाप्त कर दिया गया।देवीगढ़ में गुंडागर्दी का नंगा नाच, दो स्थानों पर चली गोली : देवीगढ़ क्षेत्र में तब कानून तथा चुनाव कमिशन की हिदायतों की धज्जियां उड़ीं जब कांग्रेसी उम्मीदवारों के समर्थकों ने बहुत सारे बूथों पर जाली मत डालने के लिए जमकर गुंडागर्दी की। अकाली उम्मीदवारों को बाहर निकालकर पुलिस ने सरेआम धक्केशाही की तथा कांग्रेसियों ने बूथ पर कब्ज़ा करके कांग्रेसी उम्मीदवारों के पक्ष में जाली मत डाले। इस धक्केशाही विरुद्ध विधायक हरिन्द्रपाल सिंह चंदूमाजरा ने धरना लगाया तथा जाली मत डालने आए तीन नौजवानों को पकड़कर पुलिस के हवाले किया। इस दौरान नियामतपुर तथा दुधन गुजरां में दोनों पक्षों में हुई लड़ाई दौरान गोली चलने का भी पता लगा। मोगा के थाना निहाल सिंह वाला के गांव माछीके में अज्ञात व्यक्तियों ने पोलिंग बूथ पर कब्ज़ा करने की कोशिश की, जिसको गांव वालों ने असफल कर दिया तथा गुस्से में आए लोगों ने इनकी गाड़ियों की तोड़फोड़ की। इन नौजवानों ने आज़ाद उम्मीदवार दर्शन सिंह सेखों की खींचतान भी की। अकाली दल के पूर्व विधायक मनप्रीत सिंह इयाली ने दोष लगाते हुए कहा कि कांग्रेसियों द्वारा दाखा क्षेत्र में 25 गांवों में सरेआम बूथों पर कब्ज़े किए गए। गग्गोमाहल के बूथ नम्बर 42 के चुनाव रद्द : कस्बा गग्गोमाहल के बूथ नम्बर 42 के चुनाव उस समय रद्द कर दिए गए जब कुछ तत्त्वों ने प्रोजाईडिंग अधिकारी से बैलेट पेपर छीन लिए। जिसकी सूचना एस.डी.एम. अजनाला को दी गई, जिस पर उक्त बूथ का चुनाव रद्द कर दिया। इसके अतिरिक्त पटियाला के गांव बख्शीवाला में 21 सितम्बर को पुन: मतदान करवाने के आदेश दिए गए हैं। ब्लाक सरहिंद के गांव रामदास नगर में एक भी मतदाता मत डालने के लिए नहीं पहुंचा : ब्लाक सरहिंद में एक पोलिंग बूथ ऐसा भी था जहां चुनाव तथा प्रशासनिक तंत्र तो सारा दिन उपस्थित रहा परन्तु पूरा दिन एक भी मतदाता उस बूथ पर मत डालने नहीं पहुंचा। इसी तरह धार ब्लाक कंडी क्षेत्र के गांव बलेवां व विकुली के मतदाताओं ने ज़िला परिषद् तथा ब्लाक समिति के चुनावों का मुकम्मल बायकाट किया। दोनों गांवों का पोलिंग बूथ गांव दुर्ग कोठी में बनाया हुआ था। वर्णनीय है कि इन मतों द्वारा कुल 354 ज़िला परिषद् तथा 2900 ब्लाक समिति सदस्य चुने जाएंगे।