मिहरयामा का जानलेवा ज्वालामुखी

जापान के ‘इजू ओशिमा’ द्वीप में  मिहरयामा का ज्वालामुखी है। यह ज्वालामुखी बड़ा अनोखा है। जापानी लोग इसे ‘जानलेवा स्थान’ नाम से भी जानते हैं। दरअसल यहां की वादियों में आकर लोग न जाने क्यों खुशी-खुशी आत्महत्या कर लेते हैं। ऐसा कहा जाता है कि यहां आकर खुदकुशी करने वाले खासकर प्रेमी जोड़े होते हैं। आखिर यहां आकर लोग आत्महत्या क्यों करते हैं? यह तो आज तक एक रहस्य बना हुआ है? यह द्वीप जापान की राजधानी टोक्यो से 42 किलोमीटर दूर है। कई लोग घूमने-फिरने इस स्थल पर जाते हैं और ज्वालामुखी में छलांग लगाकर अपने जीवन का अंत कर देते हैं। एक जापानी किवदंती के अनुसार आज से 120 वर्ष पूर्व एक प्रेमी जोड़े ने यहां आत्महत्या की थी, जिस स्थान पर उनके शव पड़े मिले थे, बाद में वहां दो पौधे उग गए, जो 20-25 वर्षों के सफर में विशाल वृक्ष बन गये। प्रेमी के स्थान वाले वृक्ष में पीले तथा प्रेमिका के स्थान वाले वृक्ष में लाल फूल खिलने लगे। ये दोनों वृक्ष आज भी मौजूद हैं। हर वर्ष जनवरी से मई तक ये लाल, पीले फूलों से लदे रहते हैं। 6 जुलाई, 1945 में 1500 जापानियों ने ‘मिहरयामा’ के मुंह में कूद कर आत्महत्या की थी। तब से इस द्वीप का नाम संसार में प्रसिद्ध हो गया। दुनिया के कई समाचार पत्रों ने इस द्वीप के के प्रति सुर्खियों में समाचार प्रकाशित किए थे। इस अनहोनी घटना के उपरांत जापान सरकार ने इस ज्वालामुखी के चारों ओर कंटीले तार लगा दिये तथा सैनिकों का पहरा लगा दिया। इसके बावजूद भी अनेक प्रेमी जोड़े जापानी गार्डों को बड़ी तरकीब से धोखा देकर आत्महत्या करने लगे।