अब कभी नहीं चलेंगे पुरानी तकनीक वाले भट्ठे

जालन्धर, 14 जनवरी (शिव) : पंजाब में अब किसी तरह से पुरानी तकनीक के साथ भट्ठे नहीं चलेंगे क्योंकि भट्ठा मालिकों की एक याचिका पर फैसला करते हुए कहा कि एन.जी.टी. ने इस मामले में जो निर्देश पहले दिए थे, वह ही जारी रहेंगे और पुरानी तकनीकी के साथ भट्ठे चलाने की मंज़ूरी नहीं दी जा सकती है। पंजाब में पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से लेकर एन.जी.टी. ने इस मामले में स्पष्ट निर्देश जारी किए थे कि पुरानी तकनीक से भट्ठे चलेंगे परंतु भट्ठा मालिकों ने आखिरी प्रयत्न करते हुए अपीलेट अथारिटी के पास याचिका दाखिल करके राहत लेने का प्रयत्न किया था परंतु अथारिटी के फैसले ने पूरी तरह से पुरानी तकनीक को मंजूर न करने का फैसला दोबारा करते हुए कहा कि इस पर पहले की तरह ही रोक जारी रहेगी। भट्ठा मालिकों ने पुरानी तकनीक के साथ भट्ठे 31 जुलाई 2020 तक चलाने की मंजूरी मांगी थी। अपीलेट अथारिटी के राकेश कुमार वर्मा ने तो पहली ही सुनवाई में पंजाब प्रदूषण बोर्ड का जिक्र करते हुए कहा था कि 2017 में भट्ठा मालिकों को सूचित किया जा चुका है कि उनको नई तकनीक से भट्ठे चलाने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इस पर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट और एन.जी.टी. फैसला कर चुकी और इस पर दोबारा सुनवाई नहीं हो सकती है। अथारिटी का कहना था कि जो भट्ठे प्रदूषण कंट्रोल करने वाली नई तकनीक जिग जैग तकनीक के साथ भट्ठे बना चुके हैं, उन पर रोक पहले ही हटा दी गई है। चाहे एक और तो पुरानी तकनीक के साथ भट्ठे चलाने पर पाबंदी लगी है परंतु कई स्थानों पर पुरानी तकनीक वाले भट्ठे चल रहे हैं, जिसको रोकने में अभी विभागों को सफलता नहीं मिल सकी है। पंजाब में इस समय 400 से 450 भट्ठे ही नई तकनीक के बनाए गए हैं। नई तकनीक से बनाए जाने वाले भट्ठे बनाने के लिए 45 से 50 लाख रुपए का खर्च आता है। कुछ भट्ठा मालिकों का कहना था कि वह तो नई तकनीक से भट्ठे बनाने के लिए तैयार हैं तो इसलिए सरकार को मदद करनी चाहिए और बिना ब्याज के कज़र् देने चाहिए क्योंकि बैंकों में भी इस तरह के कज़र् उनके लिए उपलब्ध नहीं है और इसके लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है। सूत्रों का कहना है कि अभी तक लगी रोक के कारण तो ईंटें ज्यादा महंगी नहीं हुई हैं परंतु यदि आने वाले समय में ईंटों की मांग बढ़ी तो इसकी कीमत भी बढ़ सकती है। नई तकनीक जिग जैग से भट्ठे चलाने से ही भट्ठों का 70 प्रतिशत प्रदूषण कम हो सकता है।