जिग जैग टैक्नॉलोजी न लगी तो 30 सितम्बर के पश्चात नहीं चलेंगे भट्ठे

जालन्धर, 13 जुलाई (शिव शर्मा): राज्य में भट्ठों के मामले में पंजाब सरकार ने ओर सख्ती करते हुए फैसला किया है कि जिन भट्ठों में नई टैक्नॉलोजी जिग जैग से भट्ठे नहीं बनाए गए हैं, उनको 30 सितम्बर के पश्चात चलने नहीं दिया जाएगा। स्वस्थ मिशन पंजाब के डायरैक्टर के.एस. पन्नु ने इस बारे निर्देश जारी कर दिए हैं। जानकारी अनुसार डायरैक्टर द्वारा इस तरह के निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि सरकार द्वारा बार-बार निर्देश करने के बावजूद अभी भारी संख्या में भट्ठों में नई टैक्नॉलोजी जिग जैग लगाई जानी है। जिन भट्ठे वालों ने यह टैक्नॉलोजी नहीं लगाई है, उनके भट्ठे तो 30 सितम्बर के पश्चात नहीं चलने दिए जाएंगे बल्कि उनको कोयले की सप्लाई भी करने का कार्य बंद कर दिया जाएगा। कोयले की आपूर्ति न करने हेतु ट्रांसपोर्ट कम्पनियों को निर्देश किया जाएगा। स्वस्थ मिशन के निर्देश अनुसार अभी तक 700 के करीब भट्ठे जिग जैग टैक्नॉलोजी में बदले जा चुके हैं और शीघ्र ही इनकी संख्या में ओर भी वृद्धि हो जाएगी। डायरैक्टर के.एस. पन्नु का कहना है कि जिग जैग टैक्नॉलोजी से भट्ठे बनाने पर करीब 20 से 25 लाख का खर्चा आता है। इस टैक्नॉलोजी से न केवल प्रदूषण के स्तर पर कमी आती है बल्कि कोयले की खपत भी 25 प्रतिशत के करीब कम हो जाती है। पंजाब सरकार द्वारा तो अब भट्ठों पर काफी सख्ती की गई है जिस कारण अब जिग जैग वाली नई टैक्नॉलोजी वाले भट्ठे लग रहे हैं। सरकार द्वारा भले ही इन भट्ठों को बनाने पर 20 से 25 लाख रुपए का खर्चा आने की बात कही जा रही है जबकि दूसरी ओर कई भट्ठे वाले सरकार से मांग कर चुके हैं कि वह उनको सबसिडी दे क्योंकि जिग जैग टैक्नॉलोजी वाला भट्ठा बनाने पर 50 से 60 लाख रुपए का खर्चा आता है। वैसे भट्ठों का सीजन अक्तूबर महीने में शुरू हो जाता है।