जैवलिन थ्रो का उभरता सितारा नीरज चोपड़ा

खेलों की दुनिया में भारतीय एथलीटों ने अपनी अलग ही पहचान बनाई हुई है। चाहे भारत दुनिया के विकासशील देशों में शामिल है, लेकिन भारतीय एथलीट भारत को खेलों की महाशक्ति बनाने के लिए कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं, चाहे राष्ट्रमंडल खेलें हों, एशियाई खेलें या कोई अंतर्राष्ट्रीय इवेंट हो, भारतीय एथलीट पदक जीतते आ रहे हैं। आज हम बात कर रहे हैं छोटी उम्र में बड़ी उपलब्धि हासिल करने वाले अंतर्राष्ट्रीय एथलीट नीरज चोपड़ा की। भारत के इस एथलीट ने वह कारनामा कर दिखाया है जिसका नाम एथलैटिक के   इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से लिखा गया है। भारत के जैवलीन थ्रो नीरज चोपड़ा का जन्म 24 दिसम्बर, 1997 को गांव खंडा पानीपत (हरियाणा) में पिता सतीश कुमार और माता सरोज देवी के घर हुआ। गरीबी से संघर्ष करते हुए नीरज चोपड़ा ने 6 हज़ार रुपए जैवलीन से खेल का सफर शुरू किया। साधारण किसान परिवार से संबंधित होने के कारण नीरज चोपड़ा ने बहुत मेहनत से भारत के लिए पदक जीते। नीरज चोपड़ा की शुरुआत पानीपत के शिवाजी स्टेडियम से हुई। उनकी ज़िन्दगी में टर्निंग प्वाइंट उनके मित्र जय चौधरी लाए थे। उसके बाद पंचकूला की एथलैटिक अकादमी में दाखिला लेकर नीरज चोपड़ा ने अपने खेल को और निखारा और स्टेट नैशनल स्तर पर कई रिकार्ड बनाए। नीरज चोपड़ा ऐसे चौथे भारतीय एथलीट हैं, जिन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता है। इससे पहले एथलैटिक्स इतिहास में सिर्फ तीन बार ही भारत ने स्वर्ण पदक जीता है। नीरज चोपड़ा भारत के पहले ऐसे एथलीट हैं, जिन्होंने यह आई.ए.ए.एफ. में स्वर्ण पदक जीता है। इससे पहले भारतीय एथलीट अंजू बॉबी जार्ज ने 2005 में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता था। एक और रोचक बात यह भी है कि नीरज चोपड़ा ने जैवलीन सीखने के लिए सोशल मीडिया यू-ट्यूब का बहुत सहारा लिया और उन्होंने अपने मोबाइल में वीडियो देख कर खेल का अभ्यास किया। नीरज चोपड़ा लगातार 7 से 8 घंटे कड़ी मेहनत करते हैं। भारतीय सेना में सूबेदार के पद पर तैनात इस भारतीय एथलीट ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तीन पदक जीते हैं। अगर बात नीरज चोपड़ा की खेल उपलब्धियों की जाए तो वर्ष 2013 में विश्व यूथ चैम्पियनशिप डनिस्टक, यूक्रेन में 66.75 मीटर जैवलीन थ्रो फैंक कर की। वर्ष 2016 की विश्व जूनियर चैम्पियनशिप बेडगोसजकज़ जैवलीन थ्रो में स्वर्ण पदक जीता। नीरज ने एशियाई एथलैटिक्स चैम्पियनशिप 2017 में 85.23 मीटर के थ्रो से स्वर्ण पदक जीता।  जहां उसने भारतीय राष्ट्रीय रिकार्ड की बराबरी की। मई, 2018 में नीरज ने 87.43 मीटर थ्रो से दोहा डायमंड लीग में राष्ट्रीय रिकार्ड तोड़ दिया। नीरज चोपड़ा ने कहा कि ‘खेलो इंडिया’ से खिलाड़ियों को काफी अच्छा प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा।