समय की कीमत

समय कीमती है, पर इसकी कीमत क्या है, शायद आज तक कोई इसका मूल्यांकन नहीं कर पाया है। समय की कीमत वे ही बता सकते हैं जो हर समय के हर क्षण का सदुपयोग करते हैं पर जब ऐसे लोगों से भी पूछा गया तो उन्होंने भी बड़े आश्चर्य के साथ कहा-‘समय की कीमत’? शायद उनके लिए तो समय की कीमत बताना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है। उनके अनुसार तो ‘समय अनमोल है। समय का कोई मूल्य नहीं है।’
इसका जितना सदुपयोग कर लिया जाए, उतनी ही उसकी कीमत है। समय की कीमत का अनुभव हमें तब होता है जब समय हमें पीछे छोड़ देता है और हम किसी कार्य में असफल हो जाते हैं। यहां पर मैं कुछ ऐसे अहसास लिख रही हूं जिनके द्वारा समय की कीमत महसूस होती है।
एक वर्ष के समय की कीमत महसूस करने के लिए उस विद्यार्थी से पूछो, जो परीक्षा में फेल हो गया हो।
एक महीने के समय की कीमत महसूस करने के लिए उस मां से पूछो जिसने एक महीने पहले प्रिमेच्योर बच्चे को जन्म दिया है।
एक सप्ताह के समय की कीमत महसूस करने के लिए एक साप्ताहिक पत्रिका के एडिटर से पूछो।
एक मिनट के समय की कीमत महसूस करने के लिए उस व्यक्ति से पूछो जिसकी ट्रेन एक मिनट देरी से छूट गई हो।
एक सैकेंड के समय की कीमत महसूस करने के लिए उस व्यक्ति से पूछो जो एक भयानक दुर्घटना में जीवित बच गया हो।
एक मिली सैकेंड के समय की कीमत महसूस करने के लिए उस खिलाड़ी से पूछो जिसने ओलम्पिक में गोल्ड मैडल खो दिया हो। (अदिति)