चमकदार कॅरियर संभावनाओं से लबरेज इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स

जब हम इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स कहते हैं, तो इसका मतलब होता है कि इस कोर्स में दो डिग्री शामिल हैं। एक कानून की और दूसरी आर्ट से लेकर साइंस तक की किसी भी ब्रांच की हो सकती है। इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स आपको बैचलर डिग्री के साथ साथ एलएलबी डिग्री हासिल करने में भी सक्षम बनाता है। इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स करने के बाद कॅरियर की जबरदस्त संभावनाएं हमारे सामने होती हैं। मसलन आप एडवोकेट बन सकते हैं, लीगल काउंसलर बन सकते हैं, कार्पोरेट लॉयर बन सकते हैं, लॉ ऑफिसर के रूप में भी आपके लिए एक शानदार कॅरियर हो सकता है और क्रिमिनल लॉयर जैसे ऑप्शन भी मौजूद होते हैं। 
जैसा कि हमने कहा इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स में दो डिग्री शामिल होती हैं। दरअसल जब दो कोर्स आपस में जुड़े हों और उनका सिलेबस भी एक-दूसरे का पूरक हो, तो ये मिलकर शिक्षा को एक नये आयाम तक ले जाते हैं। कई इंटीग्रेटेड कोर्स मौजूद हैं। अगर प्रमुख इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स की बातें करें तो बीए एलएलबी, बीबीए एलएलबी, बीकॉम एलएलबी, बीएससी एलएलबी और बीटेक एलएलबी। ये महत्वपूर्ण और प्रमुख इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स हैं, इनका स्तर अंडर ग्रेजुएट के साथ पोस्ट ग्रेजुएट होता है। इन पाठ्यक्रमों की अवधि पांच साल की होती है। कुछ पाठ्यक्रमों में पांच साल कुछ महीने भी लग सकते हैं। इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स करने के लिए आपकी शैक्षणिक योग्यता 10+2 होनी चाहिए, लेकिन न्यूनतम अंक अलग-अलग कॉलेज या यूनिवर्सिटीज के लिए अलग-अलग हो सकते हैं। इसी तरह इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स करने के लिए परीक्षाओं के प्रकार भी अलग-अलग हो सकते हैं, जोकि आमतौर पर सेमेस्टर पद्धति और वार्षिक पद्धति पर बंटे होते हैं। 
जहां तक इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश की बात है तो ज्यादातर एडमिशन मेरिट बेस्ड होते हैं यानी आप अपने बेहतर नंबरों के आधार पर बेहतर पाठ्यक्रम हासिल करते हैं। लेकिन कई संस्थानों में नंबरों की बजाय प्रवेश परीक्षा को प्राथमिकता दी जाती है। इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स करने के बाद आपका कॅरियर किन-किन क्षेत्रों में आगे जा सकता है, यह हमने बता ही दिया है। अब यह समझ लीजिए कि हिंदुस्तान में एक इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स करने के लिए कम से कम 3 लाख रुपये और अधिकतम 50 लाख रुपये तक की ज़रूरत होती है। 
सवाल है इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स ही क्यों ?
अगर कानून में रूचि है और इस क्षेत्र में कॅरियर बनाना चाहते हैं, तो इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स चुनने के कई फायदे हैं। सामान्य रूप से एलएलबी करने की जगह इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स करने पर कॅरियर की संभावनाएं बेहतर होती हैं, क्योंकि तब एक की अनेक अवसर उपलब्ध होते हैं। क्योंकि इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स में आपको एक नहीं बल्कि दो-दो कोर्सेज का फायदा मिलता है। इसे करने का दूसरा फायदा ये है कि अगर आप ग्रेजुएशन के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन करना चाहते हैं, तो कम से कम आपका एक साल बच जायेगा। क्योंकि इसमें तीन साल बैचलर डिग्री के लिए और दो साल मास्टर डिग्री के लिए मान करके कोर्स को डिजाइन किया गया है। दूसरी बात यह है कि इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स करने का एक फायदा ये है कि 12वीं के बाद सीधे बिना बैचलर डिग्री हासिल किए पोस्ट बैचलर डिग्री एक साथ पा लेते हैं और निश्चित रूप से इसमें पढ़ाई के लिए खर्च होने वाले पैसे में बचत होती है। 
जरूरी स्किल्स
इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स के लिए आपमें कई स्किल्स का होना ज़रूरी है। मसलन आपमें रिसर्च स्किल होनी चाहिए, तभी आपकी जजमेंटल स्किल विकसित होगी। इसी तरह इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स करने वालों में लिंग्विस्टिक फ्लूवेंसी भी ज़रूरी है, ताकि आपकी कम्युनिकेशन स्किल धारदार बनें। अगर आप इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स करने के लिए इच्छुक हैं तो यह भी जान लें कि आपमें फ्लैक्सीविलिटी भी बहुत ज़रूरी है। क्योंकि सोच समझ के साथ तुरंत अनुमान लगाने की अगर लोच-लचक आपमें है, तो आप किसी भी मामले में बेहतरीन प्रेजेंटेशन दे सकते हैं और इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स करने की सोचने वालों में क्रिटिकल थिकिंग स्किल्स का होना भी बहुत ज़रूरी है। क्योंकि इसी से आप अपने कॅरियर के दौरान कदम दर कदम ऊंचे चढ़ते हैं। 
महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम
बीए एलएलबी- (बैचलर ऑफ आर्ट्स- बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ) अगर विशुद्ध रूप से कानून के क्षेत्र में कॅरियर बनाने के इच्छुक हैं, तो आपके लिए यह डिग्री लेनी ज़रूरी है, क्योंकि इससे आप कानून और संविधान को गहराई से समझ सकेंगे और लेजिस्लेटिव लॉ में पारंगत होकर अदालतों में अपनी झिरह के झंडे गाड़ सकेंगे। वैसे भी कानून के क्षेत्र में यह भारत की सबसे लोकप्रिय डिग्री है।  बीबीए-एलएलबी- दरअसल मैनेजमेंट और मुख्य कानून विषयों का एक आदर्श मिश्रण है। यह उन उम्मीदवारों के लिए बेहतरीत चयन साबित हो सकता है, जो भविष्य में कारपोरेट दुनिया में कॅरियर बनाने के इच्छुक हैं। बीबीए एलएलबी के पांच साल कोर्स में एक पेशेवर डिग्री मिलती है, जो आपको बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के साथ साथ कानूनी विषयाें में पारंगत बनाती है। 
बीएससी-एलएलबी- बैचलर आफ साइंस़बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ पांच साल की यह डिग्री अधिकतम आठ साल में कंपलीट होती है। यह कोर्स 10 सेमिस्टर में विभाजित होता है और आपको सभी पास करने होते हैं। कोर्स पूरा करने की अधिकतम अवधि आठ वर्ष है, लेकिन इसे आप पांच साल में भी पूरा कर सकते हैं। इस कोर्स के जरिये आप उन नियमों-विनियमों को केस स्टडी के रूप में पढ़ते हैं और जानते हैं, जो आने वाले समय में आपके प्रोफेशनल प्रैक्टिस का हिस्सा होते हैं। इस कोर्स में लीगल मैथड्स, लॉ कॉन्ट्रैक्ट, फेमिली लॉ, बिजनेस लॉ आदि विषयाें के साथ फिजिक्स और केमिस्ट्री की मूलभूत अवधारणाओं और औद्योगिक विकास में विज्ञान और तकनीकी का भी अध्ययन किया जाता है। -इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर