खाद्य तेलों में तेज़ी के बाद खामोशी : सरसों की आवक बढ़ी

नई दिल्ली, 27 अप्रैल (एजैंसी) : गत सप्ताह के चार दिनों तक नीचे वाले भावों में लोकल व चालानी मांग निकलने से खाद्य तेलों में धीरे-धीरे तेजी का रुख बना रहा, लेकिन सप्ताह के अंतिम दो दिनों में बढ़े हुए भाव में सरसों की आवक बढ़ जाने तथा सरकार द्वारा कम समय में अधिक खरीद कर लिये जाने से मंडियों में आवक बढ़ गयी, जिससे सरसों व इसके तेल खामोश हो गये। सोया, बिनौला एवं चावल तेल में भी तेजी के बाद नरमी लिये बाजार बंद हुए। सोया डीओसी भी बाद में 500/600 रुपए प्रति टन नरम हो गयी। जबकि तेल अरंडी कच्चे माल में तेजी से 400 रुपए प्रति क्विंटल तेजी लिए बंद हुआ। आलोच्य सप्ताह सरसों की आवक राजस्थान, हरियाणा एवं यूपी सहित देश के सभी राज्यों की मंडियों में कम हो गयी, क्योकि सरकारी खरीद चलने से किसान को 4200 रुपए  सरसों मिल रही थी। यही कारण है कि नेफेड द्वारा सरसों की खरीद 17.58 लाख टन के उच्चस्तर तक की गयी। फलत: कोटा, निवाई, टोंक लाइन सरसों जयपुर पहुंच में 3800/3820 रुपए से बढ़कर 3885/3890 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गयी। लॉरेंसरोड पर भी 42 प्रतिशत कंडीशन वाली सरसों 3725 रुपए बिकने के बाद 3800 रुपए वीरवार को बोलने लगे थे, लेकिन जैसे सरकार की खरीद गति धीमी पड़ी, मंडियों में आवक बढ़ जाने से 25/50 रुपए घटकर यहां भाव 3650/3750 रुपए रह गये। इसी क्रम में तेल सरसों भी 7420 रुपए बिकने के बाद ऊपर में 7580 रुपए पहुंच गये थे, लेकिन शनिवार को 7530 रुपए भाव रह गये। तेल सोया भी 7950 रुपए से बढ़कर 8070 रुपए ऊपर में बनने के बाद 8030/8040 रुपए रह गया।