प्रदेश में बदले मौसम के कारण बिजली की मांग घटी

पटियाला, 21 जुलाई (अ.स) : प्रदेश में भारी बारिश ने तापमान में गिरावट ला कर बिज़ली निगम को भी बड़ी राहत दिलाई है। इस से जहां प्रदेश में लोगों को गर्मी से राहत मिली है वहां ही पहाड़ी क्षेत्रों में पड़ी बारिश का असर डैमों व झीलों पर हुआ है। इस समय भाखड़ा, डैहर, पौंग डैम व रणजीत सागर डैम की झीलों का पानी का स्तर भी पिछले वर्षों से बढ़ा है। डैमों के पानी का स्तर बढ़ना जहां बिजली निगम के लिए शुभ शगुन है वहीं आम जनता के लिए पानी बढ़ना कोई खतरा नहीं क्योंकि यह खतरे के निशान से नीचे हैं। यदि प्रदेश में बिजली की मांग के बारे देखिए तो इस समय बिजली की मांग घटने से बिजली निगम द्वारा अपने सरकारी ताप बिजली घरों रोपड़ स्थित श्री गुरु गोबिंद सिंह सुपर ताप बिजली घर के एक यूनिट से 162 मैगावाट व लहरा मुहब्बत स्थित गुरु हरगोबिंद साहिब ताप बिजली घर को बंद करके निजी ताप घरों से बिजली प्राप्त करके बिजली का मांग को पूरा किया जा रहा है। इस समय निजी ताप बिजली घर में राजपुरा के नलास ताप बिजली घर के 2 यूनिट से 1345 मैगावाट , तलवंडी साबो के ताप बिजली घर के 3 यूनिट से 949 मैगावाट व गोइंदवाल साहिब जीवेके के ताप बिजली घर से कुल 2594 मैगावाट  बिजली पैदा की जा रही है। बिजली निगम को पन बिजली घर से करीब करीब 520 मैगावाट के करीब बिजली प्राप्त हो रही है।  जिस में क्रमवार रणजीत सागर डैम के 2 यूनिट से 287 मैगावाट, अपरबारी दोआब कैनाल प्रोजैक्ट से 84 मैगावाट , हिमाचल के जोगिन्द्र नगर स्थित शानन पन बिजली घर से 106 मैगावाट, आनंदपुर साहिब के पन बिजली घर के दो यूनिटों से 87 मैगावाट व मुकेरियां पवन बिजली घर से 168 मैगावाट बिजली प्राप्त हो रही है। इन ताप घरों के इलावा नए स्त्रोतों से 185 मैगावाट बिजली की प्रप्ती हो रही है। इन सारे स्त्रोतों से 3672 मैगावाट  के करीब बिजली पैदा हो रही है।