स्क्रैप व इंगट टूटने से एंगल-चैनल-गॉर्डर व टी-आयरन और सस्ते हुए

नई दिल्ली, 6 अक्तूबर (एजेंसी): गत सप्ताह औद्योगिक क्षेत्रों से नई-पुरानी स्क्रैप व इंगट की आवक बढ़ जाने से 500/1300 रुपए प्रति टन का और मंदा आ गया। इसके प्रभाव से एंगल, चैनल, गॉर्डर एवं टी-आयरन में भी 600 रुपए प्रति टन की गिरावट दर्ज की गयी। थोक में उक्त तैयार माल सस्ते हो गये, लेकिन उपभोक्ताओं को कम्पनियों की अपेक्षा सस्ता माल नहीं मिल रहा है। आलोच्य सप्ताह स्टॉकिस्टों की बिकवाली के साथ-साथ औद्योगिक क्षेत्रों से पुरानी व नई स्क्रैप की आवक बढ़ गयी तथा दलाई  वालों की मांग ठंडी पड़ जाने से पुरानी स्क्रैप 1300 रुपए लुढ़ककर 18200 रुपए प्रति टन रह गयी। मैल्टिंग स्क्रैप में भी 300 रुपए निकल गये। इसके अलावा 500 रुपए गिरकर इंगट 29000 रुपए एवं राउंड 33000 रुपए के निम्नस्तर पर आ जाने से अधिकतर कम्पनियों ने एंगल के भाव 600 रुपए घटाकर व्यापार किया। कैपिटल एंगल 39400 रुपए, बिड़ला 38600 रुपए प्रति टन जीएसटी पेड एवं राना 38800 रुपए जीएसटी अतिरिक्त बोले गये। चैनल, गॉर्डर व टी-आयरन में भी इसी अनुपात में व्यापार होने की खबर थी। ़गौरतलब है कि सरकारी व गैर-सरकारी निर्माण कार्य की गति धीमी हो जाने से तैयार मालों की खपत घट गयी है।