करतारपुर साहिब गुरुद्वारा में खालसा अज़ायब घर सरकार का विलक्षण प्रयास

अमृतसर, 16 नवम्बर (सुरिन्दर कोछड़) : पाकिस्तान के ज़िला नारोवाल के पिंड कोठे में स्थापित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के नजदीक स्थापित की गई डयोढ़ियों में स्थापित किया गया खालसा अजायब-घर पाकिस्तान सरकार का एक विलक्षण प्रयास है। उक्त अजायब-घर जिस को ‘स्मार्ट म्युजियम’ का नाम दिया गया है, में 200 के करीब पेंटिंग्स स्थाई प्रदर्शनी में रखी गई हैं। उनमें कुछ पेंटिंग्ज़ सिख राज व कुछ उस से भी पुरानी है।  उनमें कुछ दुलर्भ पेंटिंग्स भी शामिल की गई हैं, जो न तो पहले कभी सार्वजनिक की गई व न ही उनके बारे में ऐतिहासिक दस्तावेजों में ज्यादा जानकारी दर्ज है। श्री करतारपुर साहिब के उक्त अजायब-घर में पाकिस्तान साहिब गुरुद्वारों, गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब (हसन अबदाल), गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब, शहीदी स्थान गुरु अर्जुन देव जी (डेरा साहिब लाहौर), गरुद्वारा जन्म स्थान श्री ननकाना साहिब व गुरुद्वारा साहिब की देश के विभाजन से पहले की डयोढ़ी की पेंटिंग, गुरुद्वारा  पट्टी साहिब आदि सहित दस गुरु साहिबान की पैंसिल के साथ बनाई पेंटिंग्स, करतारपुर कोरीडोर, निहंग सिंहों, ज्ञानी गुरमुख सिंह आदि इस प्रदर्शनी को चार-चांद लगा रहे है। उन के अलावा गुरु अर्जुन देव जी की शहादत के मौके हाय का नारा लगाते हुए सांई मीयां मीर की व मुगल बेगम नूरजहां की छठी पातशाही गुरुद्वारा हरगोबिंद  साहिब के चरणों में नतमस्तक होने जैसे कुछ दुर्लभ चित्र श्रद्धालुओं की चर्चा का विषय बने हुए है। इसी प्रकार गुरमुखी, पारिसयन व उर्दू में लिखी गुरबाणी की पवित्र पंक्तियां व सिख धार्मिक चिन्ह वाली पेंटिंग श्रद्धालुओं की सिख धर्म बारे जानकारी में बढ़ौत्तरी पैदा कर रही है। कुछ पेंटिंग में साहिब श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के समूची मानवता को दिए संदेशों सहित पांच ककारों की महानता व विशेषताओं से अवगत करवाया जाता है। इसके अलावा अजायब-घर की गैलरियों में गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के इतिहास, वहां होने वाली रोज की गतिविधियों व गुरुबाणी के उपदेशों से अवगत करवाया जा रहा है।