" करतारपुर साहिब " संगत की संख्या और बढ़ी, 1744 श्रद्धालु पहुंचे

करतारपुर गलियारा (डेरा बाबा नानक), 1 दिसम्बर (डा. कमल काहलों, गुरशरणजीत सिंह पुरेवाल, अवतार सिंह रंधावा) : पाकिस्तान में स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब जी के दर्शनों के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की 9 नवम्बर से लेकर अब तक की संगत चाहे बढ़नी शुरु हो चुकी है जबकि दर्शनों के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को दर्शनों के लिए दरपेश समस्याओं से निजात नहीं मिल रही। बता दें कि 24 तारीख को 1460, 22वें दिन 1504 जबकि आज 23वें दिन दर्शनों के लिए जाने वाले कुल 2024 श्रद्धालुओं में 1744 श्रद्धालु दर्शन करके वापिस लौटे हैं। श्रद्धालुओं द्वारा उधर से इधर पेश आई समस्याओं संबंधी अजीत टीम के साथ विशेष बातचीत की गई। 
भारतीय यात्री टर्मिनल पर हो रही है परेशानी
श्रद्धालुओं ने कहा कि वो सुबह भारतीय यात्री टर्मिनल पर पहुंचे थे जबकि वहां तैनात अमले द्वारा उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया गया। श्रद्धालुओं ने कहा कि उनको टर्मिनल पर ही कागजी कार्रवाई के लिए दो घंटे लंबा इंतजार करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि जगह जगह पर जांच की बजाए एक स्थान पर ही कागजी कार्रवाई मुकम्मल होनी चाहिए। 
अन्य धर्माें के लोग भी पहुंचे दर्शनों के लिए
 जैसे कहा जाता है कि श्री गुरु नानक देव जी सभी धर्माें के सांझे गुरु हुए हैं, के तहत गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए भी पाकिस्तान जाने के लिएऔर यहां स्थित दर्शन स्थल से गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब जी के दर्शनों के लिए अलग-अलग धर्माें के लोग भी पहुंच रहे हैं और उनके द्वारा इस गलियारे पर खुशी का प्रगटावा किया गया। 
बड़े आकार के रूमाले ले जाएं श्रद्धालु
दर्शन करके वापिस लौटे श्रद्धालुओं ने बताया कि गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब जी के दर्शनों के लिए जाने वाली संगत अपनी श्रद्धा मुताबिक श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के लिए रूमाला साहिब छोटे आकार का लेकर जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि गुरु घर में स्थित मुख्य पालकी में छह फुट लंबा और सवा पांच फुट चौड़ा रूमाला साहिब चढ़ाया जा रहा है। 
लंगर के लिए आटा, दालों की हुई मांग
श्रद्धालुओं ने बताया कि गुरुद्वारा साहिब में आज चाहे टमाटरों की कोई कमी नहीं थी जबकि लंगरों में आने वाले दिनों के लिए आटा, दालों की जरूरत महसूस की गई है। वापिस लौटे श्रद्धालुओं ने अगले दिनों में जाने वाले श्रद्धालुओं को अपील की है कि वो अपनी श्रद्धा मुताबिक लंगर के लिए रसदां लेकर जा सकते हैं। 
कड़ाह प्रसाद के काऊंटर की कम
 दिन ब दिन संगत की बढ़ रही आमद कारण गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में पहुंचने वाली संगत ने वापिस लौटकर बताया कि गुरु घर में देग प्रसाद करवाने के लिए काऊंटरों की कमी है, श्रद्धालुओं ने पाकिस्तान सरकार व वहां के गुरुद्वारा प्रबंधकों से मांग कि गुरुद्वारा साहिब में पहुंचने वाले रोजाना श्रद्धालुओं के लिए देग करवाने के लिए गुरुद्वारा साहि में विशेष कड़ाह प्रसाद का काऊंटर खोला जाए।
जोड़ा घर निकट पानी के नल का प्रबंध किया जाए
गुरुद्वारा साहिब के अंदर दाखिल होते समय दायीं ओर बने जोड़ा घर निकट संगत जोड़ें उतारने केबाद फिर आते समय जोड़े वापिस लेतीहैं, लेकिन जोड़े डालने के बाद जोड़ा घर निकट हाथ धाने के लिए पानी का कोई प्रबंध नहीं है, इसलिए श्रद्धालुओं ने मांग की है कि जोड़ा घर निकट पानी के नल लगाए जाएं।
एक पासपोर्ट होल्डर को 10 बिना पासपोर्ट वाले श्रद्धालु ले जाने की हो इजाजत
दर्शनों से वापिस लौटे श्रद्धालुओं ने अपने वृद्धों की समस्या ब्यान करते हुए कहा कि कुछ वृद्धों के हाथों की लकीरें स्केन न होने के कारण न तो उनके आधार कार्ड बनते हैं और न ही पासपोर्ट बना रहे हैं। उन्होंने भारत व पाक सरकार से मांग की कि वो एक पासपोर्ट होल्डर को उसकी जिम्मेदारी पर 10 बिना पासपोर्ट होल्डरों को दर्शनों के लिए ले जाने की इजाजत दी जानी चाहिए।