मुलाज़िमों व पैंशनरों ने मांगों को लेकर निकाली रैली

एस.ए.एस. नगर, 24 फरवरी (ज्योति सिंगला) : पंजाब सरकार के अड़ियल व्यवहार के खिलाफ प्रदेश भर से सैंकड़ों की संख्या में एकत्र हुए पंजाब सरकार के मुलाज़िमों और पैंशनरों द्वारा अपनी मांगों को लेकर आज स्थानीय वाईपीएस चौंक समीप प्रदेश स्तरीय रोष रैली करने पश्चात जैसे ही विधानसभा की तरफ रोष मार्च शुरू किया गया तो चण्डीगढ़-मोहाली बैरियर पर चण्डीगढ़ तथा मोहाली पुलिस द्वारा बैरीकेड लगा कर मुलाज़िमों व पैंशनरों को रोक लिया गया। इसके चलते मुलाज़िमों और पैंशनरों ने बैरियर पर ही धरना लगा कर पंजाब सरकार खिलाफ नारेबाज़ी करनी शुरू कर दी। इस दौरान मुख्य मंत्री के ओएसडी जीएस खेसी ने धरने वाली जगह पर पहुंच कर यूनियन नेताओं से मांग पत्र प्राप्त किया और उनकी 2 मार्च को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के साथ बैठक करवाने का आश्वासन दिया, जिसके पश्चात् धरनाकारियों द्वारा धरना उठा लिया गया। इससे पूर्व रोष रैली को संबोधित करते हुए मुलाज़िम नेताओं सुखचैन सिंह खैहरा, सतीष राणा, सज्जन सिंह, मेघ सिंह सिद्धू, कर्म सिंह धनोआ, ठाकुर सिंह, बख्शीश सिंह, प्रेम सागर शर्मा आदि ने पंजाब सरकार को चेतावनी दी कि या तो पंजाब सरकार मुलाज़िमों की मांगों को तुरंत मंज़ूर करते हुए बजट में आवश्यक प्रावधान करे या इस व्यवहार के नकारात्मक दूर अगामीं परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे। नेताओं ने पंजाब सरकार से वेतन आयोग की रिपोर्ट तुरंत जारी करके इसको लागू करने, हर प्रकार के कच्चे मुलाज़िमों और स्कीम वर्करों की सेवाओं को रेगूलर करने, 1 जनवरी 2004 पश्चात भर्ती हुए मुलाज़िमों पर पुरानी पैंशन लागू करने एवं बोर्डों तथा कार्पोरेशनों/लोकल बाडीज़ व सहकारी संस्थाओं पर पुरानी पैंशन स्कीम लागू करने, महंगाई भत्ते की रहती 4 किश्तें और 133 माह का बकाया तुरंत जारी करने, बंधित मैडीकल भत्ता 2000 रुपए प्रतिमाह करने, मुलाज़िमों व पैंशनरों के पक्ष में हुए अदालती फैसलों को तुरंत लागू करने, डवेल्पमेंट के नाम पर लगाया 2400 रुपए का वार्षिक टैक्स बन्द करने और यूटी के मृतक मुलाज़िमों के वारिसों को तरस के आधार पर नौकरी देने की मांग की। इस दौरान नेताओं ने घोषणा भी की कि आगामीं 28 फरवरी को पेश होने वाले बजट के दिशाहीन होने पर ज़िला तथा ब्लाक स्तर पर बजट की कापियां जलाई जाएंगी और 11 मार्च को लुधियाना के पैंशनर भवन में सभी पक्षों के साथ बैठक करने पश्चात आगामीं संघर्ष की घोषणा की जाएगी।