कोरोना आफत प्रबंध राहत फंड हेतु 1 दिन का वेतन योगदान डालेंगे आई.ए.एस. अधिकारी
चंडीगढ़, 23 मार्च (अ.स) : मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने ‘मुख्यमंत्री राहत फंड’ के लिए एक महीने का वेतन देने का योगदान डालने का ऐलान किया है। इस तरह कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपना योगदान, डालते पंजाब के आई.ए.एस. अधिकारियों ने भी अपना एक दिन का वेतन देने का फैसला किया है। राज्य के आई.पी.एस. व पी.पी.एस. अधिकारियों ने इस खतरनाक वायरस से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों में शामिल पंजाब पुलिस के कर्मचारियों की भलाई के लिए एक दिन का वेतन दान करने का ऐलान किया है। एक सरकार प्रवक्ता के अनुसार मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में समूह मंत्रिमंडल द्वारा कोरोना आफत प्रबंधन और राहत फंड के लिए दान के रूप में एक महीने का वेतन देने का योगदान डाला जाएगा। पंजाब कार्ड के आई.ए.एस. अधिकारियों ने ऐलान किया है कि उन्होंने मुख्यमंत्री राहत फंड के लिए एक दिन का वेतन का योगदान डालने का फैसला किया है ताकि कोविड-19 के फैलाव को रोकने के लिए कर्फ्यू से प्रभावित होने वाले परिवारों की सहायता दी जा सके। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि इंडियन पुलिस सर्विस और पंजाब पुलिस सर्विस के अधिकारी स्वै-इच्छा से पुलिस भलाई फंड के लिए एक दिन का वेतन का योगदान देंगे ताकि राज्यभर में कोरोना वायरस की महामारी के विरुद्ध युद्ध में सेवाएं निभा रहे पुलिस कर्मचारियों के लिए भलाई कार्य किए जा सकें। गुप्ता ने बताया कि राज्य में 121 आई.पी.एस. और 809 पी.पी.एस. अधिकारियों का एक दिन का वेतन योगदान के रूप में 33.2 लाख रुपए के लगभग बनता है। उन्होंने बताया कि इस राशि को बहादुर पुलिस कर्मचारियों के लिए प्रबंध करने और विभिन्न भलाई कार्यों के लिए प्रयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस के जवान कोविड-19 के फैलने को रोकने के लिए राज्य सरकार के प्रयासों के प्रति दृढ़ वचनबद्धता व समर्पित भावना से डटे हुए हैं।