अमरीका की बड़ी कार्रवाई, चीन की 33 कम्पनियां ब्लैकलिस्ट

वाशिंगटन, 25 मई (इंट): दुनिया की दो महाशक्तियों चीन और अमरीका के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। अमरीका ने चीन की 33 कम्पनियों और संस्थाओं को ट्रेड ब्लैकलिस्ट में डाल दिया है। माना जा रहा है कि डै्रगन भी अमरीकी कम्पनियों को ब्लैकलिस्ट करके जवाब दे सकता है। अमरीका के कॉमर्स डिपार्टमेंट ने शनिवार को उस काली सूची को लम्बा किया जिसमें शामिल कम्पनियों और संस्थाओं को अमरीकी टैक्नोलॉजी और अन्य वस्तुओं के एक्सेस से रोका जाता है। इसमें कहा है कि इनमें से 24 कम्पनियां और यूनिवर्सिटीज के सेना के साथ संबंध थे और 9 संस्थाओं पर शिनजियांग प्रांत में मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप हैं। इस फैसले की जद में आए कुछ संगठनों ने अमरीकी कदम की आलोचना की। वहीं, विश्लेषकों का मानना है कि अमरीका और चीन के बीच तनाव बढ़ जाएगा। इंटरनेट सिक्योरिटी साफ्टवेयर की आपूर्ति करने वाली टैक्नोलॉजी कम्पनी क्तद्बद्धशश 360 ने कहा कि इस कदम से कारोबार का राजनीतिकरण किया गया है। वीडियो रिकॉर्डर्स का उत्पादन करने वाली कम्पनी नेटपोसा टैक्नॉलजीज ने कहा कि इस प्रतिबंध से उसके दैनिक कामकाज पर व्यापक असर नहीं होगा। साथ यह भी कहा कि यह सप्लाई चेन को लोक बनाने का काम जारी रखेगी। चीन के पूर्व वाणिज्य मंत्री और कूटनीतिज्ञ झाऊ शिआमिंग ने कहा, ‘इस कदम से अमरीका और चीन टैक्नोलॉजी कम्पनियों में 2.0 या 2.5 जंग की शुरुआत होगी।’ अमरीका और चीन के बीच रिश्ता पिछले कुछ महीनों में बेहद शराब हो गया है। चीन से निकले कोरोना वायरस महामारी की मार सबसे अधिक अमरीका पर पड़ी है।