जंग में वायुसेना की ताकत बनेंगे चिनूक-अपाचे

गलवान में चीन के साथ बढ़ रहे तनावपूर्ण माहौल में भारतीय वायुसेना ने चीन से लगे सभी अग्रिम मोर्चों पर हाई अलर्ट के साथ अपने लड़ाकू विमानों और हेलीकाप्टरों की तैनाती बढ़ा दी है। वायु सेना के सबसे आधुनिक लड़ाकू जेट सुखोई, जगुआर, मिराज-2000, मिग के अलावा अत्याधुनिक तकनीकों से लैस अपाचे और चिनूक हेलीकाप्टरों को भी लेह-लद्दाख इलाकों में तैनात कर दिया गया है। ये दोनों ऐसे हेलीकॉप्टर हैं, जो चीन की वायु सेना पर भारी पड़ सकते हैं। ऐसे में इनकी विशेषताओं के बारे में जानना ज़रूरी है। अमरीकी कम्पनी ‘बोइंग’ द्वारा निर्मित सीएच-47 एफ चिनूक हेलीकॉप्टर दुनिया के कई प्रमुख देशों में काफी लोकप्रिय हैं, जो पिछले साल वायु सेना के बेड़े में शामिल हो चुके हैं। यह अमरीकी हेलीकॉप्टर बहुत ज्यादा वजन उठाने में सक्षम है। यह वही हेलीकॉप्टर है, जिसके जरिये अमरीका ने दुर्दान्त आतंकवादी ओसामा-बिन-लादेन को मार गिराया था। चिनूक ऐसा एडवांस्ड मल्टी मिशन हेलीकॉप्टर है, जो भारतीय वायु सेना को बेजोड़ सामरिक महत्व की हैवी लिफ्ट क्षमता प्रदान करता है। साथ ही इसका मानवीय सहायता और आपदा राहत कार्यों में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यह बहुद्देश्यीय हेलीकॉप्टर बहुत तेज़ गति से 20 हज़ार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरने और 11 टन तक का वजन ले जाने में सक्षम है और इसका इस्तेमाल दुर्गम और अत्यधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर सेना के जवानों, हथियारों, मशीनों तथा अन्य प्रकार की रक्षा सामग्री ले जाने में आसानी से किया जा सकता है। चूंकि चिनूक बहुत तेज गति से उड़ान भरता है, इसलिए बेहद घनी पहाड़ियों में भी यह सफलतापूर्वक कार्य कर सकता है। मल्टी रोल, वर्टिकल लिफ्ट प्लेटफार्म वाला यह हेलीकॉप्टर 315 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरने में सक्षम है। आमतौर पर वायुसेना के हेलीकॉप्टर में सिंगल रोटर इंजन होता है जबकि चिनूक में दो रोटर इंजन लगे हैं, जो नया कॉन्सेप्ट माना गया है। इसमें कोई टेल रोटर नहीं है बल्कि इसमें अधिक सामान ढोने के लिए दो मेन रोटर लगाए गए हैं। भारी सामान ढोने के लिए इसमें तीन हुक लगे हैं। रात में भी उड़ान भरने और ऑपरेशन को अंजाम देने में सक्षम यह हेलीकॉप्टर घने कोहरे तथा धुंध में भी बखूबी कारगर है। इसे बेहद कुशलता के साथ मुश्किल से मुश्किल जमीन पर भी ऑपरेट किया जा सकता है। चिनूक में मिसाइल वार्निंग सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है तथा इसमें तीन मशीनगन भी सैट की गई हैं। लैंडिंग के समय जमीन पर मौजूद किसी भी प्रकार के खतरे से निपटने के लिए इनका इस्तेमाल होता है। मौजूदा समय में यह अमरीका के सबसे तेज हेलीकॉप्टरों में से एक माना जाता है, जिसमें कॉमन एविएशन आर्किटेक्चर कॉकपिट तथा एडवांस्ड कॉकपिट प्रबंध जैसी विशेषताएं भी हैं। समय की मांग के साथ चिनूक में पूर्णतया एकीकृत डिजिटल कॉकपिट मैनेजमेंट प्रणाली सहित रोटर ब्लैड, एडवांस्ड फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम इत्यादि कई बदलाव करते हुए इसके वजन को कम किया गया है और तकनीक में सुधार करते हुए इसे बेहद उन्नत बनाया गया है। हालांकि चिनूक का आकार काफी बड़ा है लेकिन बड़े आकार के बावजूद अन्य हेलीकॉप्टरों के मुकाबले इसकी गति बेहद तेज होती है, जिससे दुर्गम स्थानों पर भी यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। चिनूक के अलावा अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर भी चीन के खिलाफ  वायु सेना को काफी मजबूती प्रदान करेंगे। ‘बोइंग’ द्वारा निर्मित ‘लादेन किलर’ नाम से विख्यात एएच-64ई अपाचे गार्जियन अटैक हेलीकॉप्टर को दुनिया के सबसे आधुनिक और घातक हेलीकॉप्टरों के रूप में जाना जाता है। यह अमरीकी सेना तथा कई अन्य अतंर्राष्ट्रीय रक्षा सेनाओं का सबसे एडवांस मल्टी रोल कॉम्बैट हेलीकॉप्टर है, जो एक साथ कई कार्यों को अंजाम दे सकता है। इसे दुनिया की सबसे परिष्कृत ऐसी घातक मशीन कहा जाता है, जो दुश्मनों पर बहुत बेरहम साबित होती है। अपाचे को दो पायलट उड़ाते हैं। मुख्य पायलट पीछे बैठता है, जिसकी सीट थोड़ी ऊंची होती है। वही हेलीकॉप्टर को नियंत्रित करता है जबकि आगे बैठा दूसरा पायलट निशाना लगाता है और फायर करता है। अपाचे का निशाना बहुत सटीक है, जो युद्ध के मैदान में केवल दुश्मन के परखच्चे उड़ाने का ही काम नहीं करता बल्कि युद्धस्थल की तस्वीरें खींचकर उन्हें अपने एयरबेस पर ट्रांसमिट भी कर देता है।करीब 16 फुट ऊंचे और 18 फुट चौड़े अपाचे के बड़े विंग को चलाने के लिए इसमें दो इंजन फिट हैं, जिस कारण इसकी रफ्तार बहुत ज्यादा है। भारतीय वायु सेना की सामरिक ज़रूरतों के लिहाज से अपाचे इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि हमारी वायुसेना की ज़रूरत के मुताबिक ही इसमें अपेक्षित बदलाव किए गए हैं। यह ऐसा अग्रणी बहुउद्देश्यीय लड़ाकू हेलीकॉप्टर है, जो दुश्मन की नाक के नीचे किसी भी मिशन को पूरा करने में सक्षम है। दुश्मन की किलेबंदी को भेदकर उसके इलाके में आसानी से घुसने की क्षमता, जमीन के काफी करीब उड़ान भरने में कारगर अपाचे, हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों और बंदूकों से लैस, सिर्फ 1 मिनट में 128 टारगेट निशाने बेध सकता है। दिन के अलावा रात में भी आसानी से कहीं भी जाने में सक्षम, किसी भी मौसम में उड़ान भरने तथा आसानी से टारगेट डिटेक्ट करने में सक्षम, दुश्मन के रडार को आसानी से चकमा देने में माहिर है।

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