बी.एम.सी. और कानून

शायद यह कानून और एक नारी के प्रति अपमान की पराकाष्ठा ही थी कि शिव सेना के वर्चस्व वाले बाम्बे म्यूनिसिपल कार्पोरेशन (बी.एम.सी.) ने फिल्म अभिनेत्री कंगना रणौत के मुम्बई स्थित कार्यालय और घर को अवैध निर्माण घोषित कर तोड़ने-फोड़ने में अत्यन्त तेजी दिखाई और अदालत से आज्ञा लेने की भी ज़रूरत नहीं समझी। बाम्बे हाईकोर्ट की टिप्पणियां बी.एम.सी. की ज़्यादतियों की ओर स्पष्ट संकेत करती हैं। कंगना के कार्यालय और घर तो उसे अवैध निर्माण नज़र आए परन्तु मुम्बई में खुली सड़कों पर अनेक अवैध निर्माण हैं उनमें दाऊद इब्राहिम के भी हैं, जो बी.एम.सी. को दिखाई नहीं दे रहे। 

-अक्षित आदित्य तिलक राज गुप्त