दो गज़ की दूरी और मास्क ज़रूरी

राजस्थान सरकार प्रदेश में कानून बनाकर मास्क पहनने को अनिवार्य करने जा रही है।  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है इसके लिए आगामी विधानसभा सत्र में विधेयक लाने पर विचार किया जा रहा है। जब तक वैक्सीन नहीं आती, तब तक मास्क पहनने, दो गज की दूरी बनाए रखने तथा बार-बार हाथ धोने जैसे उपाय अपनाकर ही कोविड-19 से बचा जा सकता है। राज्य सरकार मास्क अनिवार्यता का कानून बनाती है तो देश में राजस्थान ऐसा पहला राज्य होगा। हालाँकि देश और प्रदेश में कोरोना संक्रमणों की संख्या घट रही है मगर  सावधानी और सतर्कता फिर भी अत्यावश्यक है।  विशेषज्ञ चिकित्सकों और संयुक्त राष्ट्र की सलाह है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए मास्क पहनना बहुत जरूरी है। विशेषज्ञों के मुताबिक, मास्क पहनने से कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है। मास्क पहनने से हम खुद को और दूसरे लोगों को भी कोरोना के संक्रमण से बचा सकते हैं। हम सभी को समझना होगा कि मास्क पहनना कोरोना वायरस के खिलाफ  बचाव में काफी कारगर साबित हो सकता है। कोरोना से बचाव ही उत्तम समाधान है। घर पर बना मास्क भी कारगर है। जरूरी नहीं कि हम महंगे मास्क खरीदकर ही पहनें। इसके लिए कई परत वाले सूती कपड़े के मास्क भी उपयोग में ला सकते हैं। मास्क जब भी खरीदें, कम से कम तीन लेयर वाला अवश्य हो। कोरोना से बचने के लिए आवश्यक सावधानियों का ध्यान रखना होगा। यह प्रत्येक व्यक्ति के लिए तो जरूरी है ही, साथ ही घर, परिवार, समाज, प्रदेश और देश भी बचाव के इन्हीं तरीकों से सुरक्षित रह सकेगा। विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना से बचाव के लिए इम्युनिटी का मजबूत होना भी जरूरी है। अगर इम्युनिटी कमजोर हो तो कई तरह के वायरस हमला करते हैं। कोरोना संक्रमण के इस दौर में मास्क पहनने से इम्युनिटी विकसित हो सकती है। इससे कोविड संक्रमण की रफ्तार कम करने में भी काफी मदद मिल सकती है। ऐसा एक स्टडी रिपोर्ट में कहा गया है। इम्युनिटी को हम  हिंदी में रोग-प्रतिरोधक क्षमता कहते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक प्रतिरक्षा प्रणाली में अंग,कोशिकाएं, टिशू और प्रोटीन इत्यादि शामिल होते हैं। ये सभी तत्व मिलकर मानव-शरीर को सही तरीके से काम करने में सहायता करते हैं। इसके साथ में प्रतिरक्षा प्रणाली मानव-शरीर को बीमारियों, संक्त्रमण, वायरस इत्यादि से लड़ने में सहायता करती है। इम्युनिटी या रोग प्रतिरोधक क्षमता वह शक्ति है, जो हमें सेहतमंद रखने में सहायता करती है। यह बच्चे से बुजुर्ग तक समस्त लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। यह वह चीज है जो किसी भी बीमारी से लड़ने में हमारी मदद करती है। बीमार होने पर डॉक्टर इसे बनाए रखने या फिर बढ़ाने की सलाह देते हैं। बताते हैं, कमजोर इम्युनिटी वाले इन्सान को कोरोना वायरस आसानी से अपनी जकड़ में ले लेता है।वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोना संक्त्रमण के इस दौर में मास्क पहनने से कोविड वायरस संक्त्रमण की रफ्तार कम करने में काफी मदद मिल सकती है। मास्क वायरस के संक्रमणकारी हिस्से को फिल्टर करते हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण घातक नहीं रहेगा।  फेस मास्क पहनने से  बचाव हो सकता है।  किसी बीमारी की गंभीरता इस बात पर निर्भर करती है कि वायरस का संक्त्रमणकारी हिस्सा शरीर में कितना पहुंचा है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोना काल में मास्क पहनने से इम्युनिटी डेवल्प हो सकती है और कोविड संक्त्रमण से बचा जा सकता है।