मिलावटखोरों को सज़ा मिले

हम जानते हैं कि त्योहरों का सीज़न चल रहा है। मिलावटखोर भी ऐसे समय में क्रियाशील हो जाते हैं। ये लोग अपने थोड़े से लाभ के लिए खाद्य पदार्थों में मिलावट करके लोगों की जान जोखिम में डालने से नहीं झिझकते। दीवाली पर बिकने वाली मिठाइयों में मिलावट होने की संभावना सबसे अधिक होती है। प्रत्येक वर्ष स्वास्थय विभाग इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करता है परन्तु ये लोग सुधरने का नाम नहीं लेते। सरकार को इन लोगों के इरादों का असफल करने के लिए नियमों को कड़ा करना चाहिए। सरकार को ऐसे नियम  बनाने चाहिएं कि मिलावटखोरों को कड़ी से कड़ी सज़ा मिल सके। 

-साक्षी शर्मा