देश के प्रति समर्पण से काम करें

72वें गणतंत्र दिवस के शुभ दिवस पर, मैं पंजाब और विदेशों में बसते सभी भारतीयों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। मैं अपनी सशस्त्र सेनाओं के बहादुर जवानों को भी बधाई देता हूं जिन्होंने हमारे देश की सीमाओं की रक्षा करके राष्ट्र की एकता और क्षेत्रीय अखंडता को बरकरार रखा है। इस अवसर पर मैं देश की स्वतंत्रता के संघर्ष में कठिनाइयों का सामना करने वाले अनगिनत लोगों और स्वतंत्रता के संघर्ष में शामिल उन लाखों अनजाने योद्धाओं को सलाम करता हूं जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए शान से अपनी जानें कुर्बान कर दीं।
‘गणतंत्र’ में लोग ही सर्वोच्च ताकत होते हैं। इस ऐतिहासिक अवसर पर आज हमने विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र और विश्व के प्रमुख दिग्गजों में से एक होने का दर्जा हासिल किया है। पिछले कुछ वर्षों से राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर बहु-आयामी रणनीतियां अपना कर गरीबी को घटाने और लोगों में सशक्तिकरण के जरिये सामाजिक समानता लाकर सर्वपक्षीय विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया है। देश की स्वतंत्रता के लिए पंजाब के बेमिसाल योगदान जैसी मिसाल विश्व के इतिहास में कहीं नहीं मिलती। महान शहीदों शहीद भगत सिंह, लाला लाजपत राय, शहीद ऊधम सिंह, करतार सिंह सराभा, दीवान सिंह कालेपानी और अन्य बहुत लोगों ने अपने खून की बूंद-बूंद देश के लिए बहा दी। पंजाब की समृद्ध मार्शल परम्पराओं के मद्देनजर यह कोई हैरानी वाली बात नहीं है कि यह क्षेत्र लम्बे समय से सैनिक समागमों की धरोहर रहा है। इस तरह यह इलाका जंग के मैदान में बहादुरी, साहसिक लड़ाइयों, अभियानों और बहादुरी की अनगिनत गाथाओं से भरपूर है।
इस अवसर पर मैं यह याद दिलाना चाहता हूं कि पिछले एक वर्ष से भी अधिक समय से पूरी दुनिया कोरोना वायरस से जूझ रही है। इस महामारी के कारण बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा। तथापि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरअन्देशी नेतृत्व के कारण बड़े स्तर पर स्थिति काबू में रही। अब भारत की तरफ से बनाए गये टीके की मंजूरी से कोविड मुक्त भारत मुहिम को और शक्ति मिली है। इस ऐतिहासिक दिवस पर मैं पूर्व सैनिकों, डाक्टरों पैरा मैडीकल स्टाफ, एनजीओ, समाज-सेवी संस्थाओं और कोविड के विरुद्ध लड़ाई में शामिल मीडिया और हमारे रोजाना वार रूम की समीक्षा मीटिंगों में शामिल होने वाले वैज्ञानिकोंए चंडीगढ़ और पंजाब के सिविल और पुलिस अधिकारियों को बधाई देता हूं। आइए, इस ऐतिहासिक दिवस पर धर्मनिरपेक्षता, राष्ट्रवाद, देशभक्ति के आदर्शों, पंजाब और देश को मजबूत एवं जीवंत रखने के लिए समर्पण के साथ काम करने के वायदे को निभाने का प्रण करें। जय हिन्द।

-पंजाब के राज्यपाल एवं प्रशासक, यू.टी., चंडीगढ़