कान के रोगों से बचाव ज़रूरी

कई बार कान में किसी प्रकार की बीमारी होने पर लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते व कान में तेल इत्यादि डालते रहते हैं जिससे कभी-कभी गंभीर परिणाम सामने आते हैं। कान से सुनाई देना बंद हो सकता है या कान से व होने लगता है।
अत: कान के विभिन्न रोगों से बचाव ऐसे करें-
*  कान से दुर्गन्ध आती हो तो गूगल की धूनी देने से लाभ होता है।
*  कान में मैल हो तो नीम के पत्तों को पानी में उबालकर ठंडा होने पर कान में डालें व तुरंत कान उल्टा कर लें।
*  कान बहने, दर्द होने या कम सुनाई देने पर प्याज का रस कान में डालें।
*  कान में सूजन हो तो आंवले में दोगुना हल्दी पीसकर कान पर लेप करें। 
*  कान में यदि कीड़ा या मच्छर चला जाए तो सरसों का तेल गर्म करके कान में डालें और कुछ मिनट के पश्चात् कान को उल्टा कर दें। कीड़ा या मच्छर बाहर आ जाएगा।
* कम सुनाई देता हो तो तुलसी के ताजे पत्तों का रस कान में डालना लाभकारी है।
*  कान में कुलबुलाहट होने पर प्याज के रस को गुनगुना करके भोजन के साथ लें।
*  कान में तरह-तरह की आवाजें आती हों तो एक कप दूध में एक चम्मच घी मिलाकर रोजाना सुबह पीने से लाभ होता है।  

(स्वास्थ्य दर्पण)